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इस जर्जर थाने में कांपती है पुलिसकर्मियों की रूह

मानगो थाना की सीलन भरी दीवार कभी भी गिर सकती है जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है। दीवार पर लोहा व लकड़ी का रेलिंग बना है, जिस पर वर्षों पुराने मामले की केस डायरी रखी हैं।

By Edited By: Published: Sun, 22 Jul 2018 09:06 PM (IST)Updated: Mon, 23 Jul 2018 05:23 PM (IST)
इस जर्जर थाने में कांपती है पुलिसकर्मियों की रूह
इस जर्जर थाने में कांपती है पुलिसकर्मियों की रूह

मनोज सिंह, जमशेदपुर। इस जर्जर थाने में कांपती है पुलिसकर्मियों की रूह! जी हां, हम बात कर रहे हैं शहर के सबसे संवेदनशील थानों में से एक मानगो का। जरा बारिश हुई नहीं कि थाने में तैनात पुलिसकर्मी भगवान का नाम जपने लगते हैं। इसका कारण है थाने के चारों ओर की दीवारों की सीलन। थाने में तैनात एक पुलिसकर्मी ने बताया कि जब बारिश होती है तो हथियार छोड़कर कर पानी गिरने वाले स्थान पर बाल्टी व मग लगाते हैं, ताकि कागजात सुरक्षित रहें।

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मानगो थाना की सीलन भरी दीवार कभी भी गिर सकती है जिससे जान-माल का नुकसान हो सकता है। सीलन भरी दीवार पर लोहा व लकड़ी का रेलिंग बना है, जिस पर वर्षों पुराने मामले की केस डायरी रखी हैं। यदि थाना भवन की मरम्मत नहीं हुई तो महत्वपूर्ण दस्तावेज नष्ट हो सकते हैं। ज्यादा बारिश होने पर पुलिसकर्मी थाने में छाता व हेलमेट का भी उपयोग करते हैं। थाना में जनरेटर की भी व्यवस्था नहीं है। पावर कटने से कुछ देर के लिए इनवर्टर से काम चलता है, लेकिन जब लंबे समय तक बिजली चली जाती है तो पूरे थाने में अंधेरा छा जाता है।

शौच लगे कैदी को तो पुलिस के छूटते पसीने
मानगो थाना में इंस्पेक्टर समेत कुल 30 पुलिसकर्मी तैनात हैं। जिसमें महिला पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। इसके बावजूद थाने में शौचालय नहीं है। पुलिस कर्मियों को गांधी मैदान में बने सार्वजनिक शौचालय का उपयोग करना पड़ता है। पुलिसकर्मियों के सामने तब गंभीर स्थिति पैदा हो जाती है जब रात में किसी कैदी को शौच लग जाए। ऐसी स्थिति में पुलिस को शौच कराने के लिए गांधी मैदान ले जाना पड़ता है। एक पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि शौच के लिए जाने वाले कैदी को सुरक्षा के साए में लेकर जाते हैं ताकि वह भाग न जाए, जिससे नौकरी पर आफत बन जाए। थाने में तैनात महिला पुलिसकर्मियों को तो और आफत। मजबूरी में उन्हें शौच करने के लिए बाहर जाना पड़ता है।

मेस नहीं होने से खाने के लिए भटकते हैं पुलिसकर्मीं
किसी भी थाने में तैनात व बैरक में रहने वाले सुरक्षित जवानों के लिए मेस की व्यवस्था रहती है, लेकिन मानगो थाने में मेस की भी व्यवस्था नहीं है। ऐसे स्थिति में पुलिसकर्मियों को खाने के लिए भी इधर-उधर भटकना पड़ता है। सबसे बुरी हालत बैरक में रहने वाले पुलिसकर्मियों की है।

मानगो समेत शहर के कई थाने ऐसे हैं जिनका भवन पूरी तरह जर्जर है। इस संबंध में जमशेदपुर पुलिस एसोसिएशन की ओर से वरीय पुलिस अधीक्षक से वार्ता की गयी है। जमीन नहीं मिलने के कारण नए थाना भवन बनाने में परेशानी हो रही है। नए थाना भवन बनाने के लिए एसोसिएशन दबाव बना रही है।
- संतोष महतो, महासचिव, जमशेदपुर पुलिस एसोसिएशन।
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मानगो थाने की जर्जर स्थिति के संबंध में अपने उच्चाधिकारी को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है। इस संबंध में जो भी निर्णय लेना है वरीय अधिकारियों को लेना है। थाने की स्थिति तो पूरी तरह जर्जर हो चुकी है।
- अरुण महथा, थाना प्रभारी मानगो


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