Move to Jagran APP

जमशेदपुर के बिरसानगर में राष्ट्रभाषा साहित्य संवाद की विचार गोष्ठी Jamshedpur News

Rashtrabhasha sahitya samvad. हरिहर राय चौहान ने चर्चा प्रारंभ करते हुए कहा कि यह अभिनंदन ग्रंथ एक प्रिज्म की तरह है। वरिष्ठ कवि शिवनंदन सिंह ने कहा कि दिनेश जी के अभिनंदन ग्रंथ को प्राप्त करते ही मैं बहुत भावुक हो गया।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 05:34 PM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 05:34 PM (IST)
जमशेदपुर के बिरसानगर में राष्ट्रभाषा साहित्य संवाद की विचार गोष्ठी Jamshedpur News
राष्ट्रभाषा साहित्य संवाद की विचार गोष्ठी में उपस्थित साहित्‍यकार। जागरण

जमशेदपुर, जासं। राष्ट्रभाषा साहित्य संवाद की विचार-गोष्ठी शुक्रवार को कथाकार उषा कुशवाहा की अध्यक्षता में बिरसानगर लोयोला बीएड कॉलेज रोड के पास हुई। गोष्ठी का विषय था "दिनेश अभिनंदन ग्रंथ, तन चंदन मन वृंदावन के विभिन्न आयाम"।

loksabha election banner

गतिविधि प्रमुख हरिहर राय चौहान ने चर्चा प्रारंभ करते हुए कहा कि यह अभिनंदन ग्रंथ एक प्रिज्म की तरह है। वरिष्ठ कवि शिवनंदन सिंह ने कहा कि दिनेश जी के अभिनंदन ग्रंथ को प्राप्त करते ही मैं बहुत भावुक हो गया। सचमुच यह ग्रंथ साहित्यकारों के लिए रामायण-महाभारत की तरह है। 

ओमप्रकाश कुशवाहा ने कही ये बात

ओमप्रकाश कुशवाहा ने कहा कि मैंने पहले ही अनुमान लगा लिया था कि यह ग्रंथ बहुत ही भव्य होनेवाला है। कवि बिनोद बेगाना ने ग्रंथ के प्रकाशक,शिक्षाभारती प्रकाशन की तारीफ की और कहा कि इस प्रकाशन ने साहित्य जगत को इस ग्रंथ के रूप में एक नायाब तोहफा दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता एवं लेखिका सुधा प्रजापति ने इस ग्रंथ के योजनाकार अशोक सिंह एवं उनकी स्वर्गवासी पत्नी की भी चर्चा की । कथाकार- व्यंग्यकार अजय प्रजापति ने अभिनंदन ग्रंथ के बतौर सह संपादक अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ग्रंथ का संपादन कार्य श्रमसाध्य होने के बावजूद अमूल्य अनुभव एवं आनंद देने वाला सिद्ध हुआ है। 

उषा कुशवाहा ने बताया माइल स्‍टेान

अपने अध्यक्षीय संबोधन में कथाकार उषा कुशवाहा ने कहा कि 754 पृष्ठों का यह ग्रंथ अपने आप में माइल स्टोन की तरह है। और इस ग्रंथ में शामिल सभी 267 रचनाकार बधाई के पात्र हैं। अभिनंदन ग्रंथ के प्रकाशन की आवश्यकता एवं महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के प्रकाशनों से किसी व्यक्ति के व्यक्तित्व एवं कृतित्व के सभी पहलुओं की जानकारी विस्तार से प्राप्त होती है। कार्यक्रम का कुशल संचालन अजय प्रजापति व धन्यवाद ज्ञापन युवा कवयित्री डॉली ने किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.