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दपू रेलवे मेंस कांग्रेस के अध्यक्ष बने केएस मूर्ति, महासचिव एसआर मिश्रा

दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस काग्रेस का 27वां द्विवार्षिक अधिवेशन बुधवार क

By JagranEdited By: Published: Wed, 30 May 2018 08:59 PM (IST)Updated: Wed, 30 May 2018 08:59 PM (IST)
दपू रेलवे मेंस कांग्रेस के अध्यक्ष बने केएस मूर्ति, महासचिव एसआर मिश्रा

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : दक्षिण पूर्व रेलवे मेंस काग्रेस का 27वां द्विवार्षिक अधिवेशन बुधवार को माइकल जॉन सभागार में मेंस काग्रेस के अध्यक्ष केएस मूर्ती की अध्यक्षता में हुआ। इसमें जोन के चार मंडल गार्डेनरीच, रांची, खड़गपुर, आद्रा व चक्रधरपुर के 524 डेलीगेट शामिल हुए। इस अधिवेशन में केंद्रीय समिति का चुनाव भी संपन्न हुआ। इसमें 22 उम्मीदवार विभिन्न पदों के लिए खड़े हुए। इस अधिवेशन में इंटक नेता राकेश्वर पांडेय सहित अन्य रेलकर्मी उपस्थित थे। शांत माहौल में रेलकर्मियों ने चुनाव में हिस्सा लिया और सर्वसम्मति से हाथ खड़े कर अपने पदाधिकारियों को चुना। अधिवेशन सुबह से शाम तक चला। बीच में कुछ देर के लिए भोजन के लिए ब्रेक लिया गया।

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ये हैं चुने गए पदाधिकारी

अध्यक्ष : केएस मूर्ति

कार्यकारी अध्यक्ष : आरएम राव

उपाध्यक्ष : डीएन सिंह, राजकुमार दास

महासचिव : एसआर मिश्रा

संयुक्त महासचिव : सुब्रता डे, शशि रंजन, अजय कुमार कर, सीके सिंह, जयदीप बनर्जी, आर के नायडू।

सहायक संयुक्त महासचिव : आर भादुरी, आरएन चटर्जी, बीडी चटर्जी, प्रदीप कुमार, नित्या लाल कुमार।

कोषाध्यक्ष : दिपांकर राय। रेलवे के खस्ता हाल के लिए जिम्मेदार गलत निर्देश : केएस मूर्ति

माइकल जॉन सभागार में पांच सौ से ज्यादा डेलीगेट्स को संबोधित करते हुए मेंस काग्रेस के अध्यक्ष केएस मूर्ती ने कहा कि रेलवे के खस्ता हाल के लिए रेलकर्मी नहीं बल्कि रेल अधिकारियों के गलत निर्देश जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि सेफ्टी कैटेगरी में डेढ़ लाख पद रिक्त होने और नए- नए ट्रेनों के परिचालन के बावजूद रेल प्रशासन इस रिक्त पदों पर बहाली नहीं कर रहा। रेल अधिकारी ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा देने के लिए रेलकर्मी को प्रताड़ित कर रहे हैं।

मेंस काग्रेस के महासचिव एसआर मिश्रा ने कहा कि नई पेंशन स्कीम को तुरंत बंद कर 2004 के बाद रेलवे से जुड़े कर्मियों को पुरानी स्किम में लाया जाए। रेलवे बोर्ड ट्रैकमेंटेनरो का नया स्ट्रेचर को तुरंत लागू करे जो जेसीएम की बैठक में बोर्ड ने स्वीकार भी कर लिया परंतु लागू करने में देर हो रही है। उन्होंने कहा कि चक्रधरपुर मंडल के कर्मचारियों की सहनशीलता अब जवाब दे रही है। सबसे ज्यादा राजस्व देने वाला डीपीएस सेक्शन में कार्यरत रेलकर्मियों के परिजनों को चिकित्सा और शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। ये रेल प्रशासन की लापरवाही कही जाएगी।

दो दिनों तक चला कार्यक्रम

जोन के चार मंडलों से पांच से ज्यादा डेलीगेट्स आने वाले थे। इनके रहने, खाने व स्टेशन से लाने की सारी व्यवस्था दक्षिण पूर्व मेंस कांग्रेस के मंडल संयोजक शशि मिश्रा द्वारा किया गया।


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