Move to Jagran APP

FLOWER SHOW : स्कूली बच्चों ने कैनवास पर दिया पर्यावरण बचाने का संदेश Jamshedpur News

बच्चों ने कैनवास पर अलग-अलग रंगों से आकृति बनाकर पेड़ नहीं काटने पौधरोपण प्लास्टिक को न कहने का संदेश दिया। इस मौके पर बच्चों को पुरस्‍कृत भी किया गया।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Wed, 25 Dec 2019 09:52 AM (IST)Updated: Wed, 25 Dec 2019 09:52 AM (IST)
FLOWER SHOW  : स्कूली बच्चों ने कैनवास पर दिया पर्यावरण बचाने का संदेश Jamshedpur News
FLOWER SHOW : स्कूली बच्चों ने कैनवास पर दिया पर्यावरण बचाने का संदेश Jamshedpur News

जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। हॉर्टिकल्चर सोसाइटी, जमशेदपुर द्वारा मंगलवार सुबह गोपाल मैदान में 575 स्कूली बच्चों के लिए चित्रांकन प्रतियोगिता आयोजित की। इस दौरान पांच ग्रुप में बंटे बच्चों ने कैनवास के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

loksabha election banner

बच्चों ने कैनवास पर अलग-अलग रंगों से आकृति बनाकर पेड़ नहीं काटने, पौधरोपण, प्लास्टिक को न कहने का संदेश दिया। इस मौके पर बच्चों बेहतर पेटिंग करने वाले बच्चों को सोसाइटी के महासचिव अनिल कुमार जायसवाल सहित अन्य अतिथियों ने पुरस्कृत किया। 

बिना मिट्टी के भी करे बागबानी

गोपाल मैदान में आयोजित खुले तकनीकि सत्र में सोसाइटी सदस्य शंकर सरकेल ने बिना मिट्टी के ही बागबानी करने के गुर बताए। कहा कि बालू और कोयले की राख को मिलाकर बिना मिट्टी के भी छोटे-छोटे गमलों में गुलाब सहित कई तरह के मौसमी फूलों की बागबानी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि मिट्टी में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं जो पौधे को मिलते हैं।

लेकिन बालू और राख के मिश्रण में यह संभव नहीं है इसलिए पौधे के हिसाब से बाहर से पोषक तत्व देने होंगे। उन्होंने बताया कि इस विधि से बागबानी करने में एक चीज अच्छी है कि यदि पोषक तत्व ज्यादा हो गया तो गमले में पानी डालकर उसे बाहर किया जा सकता है। वहीं, इससे पहले जुस्को के डॉ. धनंजय चौबे ने मौसमी फूल तैयार करने की विधि बताई। 

डांस से दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश

गोपाल मैदान में मंगलवार शाम सांस्कृतिक संध्या में अर्पण डांस एकेडमी ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान बच्चों ने अपने डांस के माध्यम से हरियाली से दोस्ती और प्रदूषण से मुक्ति का संदेश दिया। उन्होंने अपने डांस से दिखाया कि यदि हमने पेड़ काटे तो पर्यावरण को इसका किस तरह से खामियाजा उठाना पड़ेगा। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.