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तीन साल तक जेएफसी में रहेंगे संजय

जमशेदपुर एफसी ने स्थानीय सितारा संजय बलमुचू को आधिकारिक रूप से तीन साल के लिए अपनी टीम में शामिल कर लिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jun 2018 07:22 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jun 2018 07:22 PM (IST)
तीन साल तक जेएफसी में रहेंगे संजय
तीन साल तक जेएफसी में रहेंगे संजय

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : जमशेदपुर एफसी ने स्थानीय सितारा संजय बलमुचू को आधिकारिक रूप से अपनी टीम में तीन साल के लिए शामिल किया है। संजय सेंटर बैक व डिफेंसिव मिडफील्डर के माहिर खिलाड़ी माने जाते हैं। टाटा फुटबॉल अकादमी के पूर्व प्रशिक्षु संजय आइ लीग व आइएसएल (इंडियन सुपर लीग) के कई प्रतिष्ठित क्लबों का प्रतिनिधित्व किया है। उन्होंने आइ लीग में चर्चिल ब्रदर्स के साथ कॅरियर की शुरुआत की। बाद में मोहम्मडन स्पोर्टिग व मोहन बागान की ओर से भी खेलने का मौका मिला। चेन्नइयन एफसी में जाने से पहले एफसी गोवा की ओर से खेले।

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जमशेदपुर एफसी से जुड़ने के बाद संजय ने कहा कि यह क्लब न सिर्फ लौहनगरी, बल्कि झारखंड के लिए वरदान साबित हो रहा है। स्थानीय खिलाड़ी होने के कारण इस टीम से जुड़ने पर रोमांचित हूं। जमशेदपुर एफसी के सीईओ मुकुल विनायक चौधरी ने कहा कि रक्षा पंक्ति में वह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। इस बार आइएसएल का सीजन काफी लंबा होगा, ऐसे में संजय को टीम में शामिल होने से रक्षा पंक्ति मजबूत होगी।

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बैंड इट लाइक बलमुचू

संजय बलमुचू वह नाम है जो चुनौतियों से नहीं घबराता, बल्कि उसे गले लगा लेता है। चाईबासा से 70 किलोमीटर दूर ग्रामीण इलाका छोटा लुंटी, जहा 21 वीं सदी में भी न तो बिजली है न तो पढ़ने की सुविधा, वैसी जगह से निकलकर आया है झारखंड का यह कोहिनूर। बचपन से ही सपना था बड़ा फुटबॉलर बनने का, लेकिन गरीबी के थपेड़ों के बावजूद उसने सपने को कभी टूटने नहीं दिया। हा, जब मुश्किलों के अंधकार में लक्ष्य गुम हो जाता तो आखों से जरूर आसू निकल जाते।

आज से छह साल पहले संजय के माता लक्ष्मी बलमुचू व पिता दिलीप बलमुचू ठेका मजदूर हुआ करते थे। पाच भाईयों व तीन बहनों में सबसे बड़े संजय को बचपन में ही माता-पिता ने नोवामुंडी में रहने वाले मामा के घर भेज दिया। सोचा, कुछ पढ़-लिख जाएगा तो परिवार को बोझ उठाने में मदद करेगा, लेकिन संजय का जुनून फुटबॉल था। इसी बीच मामा मोरेन सिंह जोंको ने टाटा स्टील के फीडर सेंटर में उसका नामाकन करा दिया। एक दिन इंटर फीडर सेंटर मैच में नोवामुंडी ने जामाडोबा को हरा दिया। इस मैच में संजय ने ही दोनों गोल किए। पूरा गाव अपने इस सपूत पर गर्व कर रहा था। बलमुचू कहते हैं, उस एक मैच ने मेरी तकदीर बदल दी। उसके बाद मुझे टाटा फुटबॉल अकादमी से चयन ट्रायल के लिए बुलावा आया और मैं चुन लिया गया। मुझे तो विश्वास नहीं हुआ। टीएफए के कोच काफी सपोर्ट करते हैं।

संजय ने कहा कि ऐसे गाव, जहा न तो बिजली है और ना ही पढ़ने की सुविधा, वहा से टीएफए में आना पहले तो अजीब लगा। शुरुआत में साथियों से घुलने-मिलने में दिक्कत होती थी। बाद में टीएफए ही मेरा परिवार बन गया। 2012 में चर्चिल ब्रदर्स ने संजय को 20 लाख रूपये में दो साल के लिए अनुबंधित किया है। इसके बाद आज उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। जमशेदपुर एफसी से खेलना संजय का सपना था, जिसे पूरा होते देख आज वह रोमांचित हैं।

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प्रोफाइल

संजय बलमुचू

जन्मतिथि : पांच जनवरी 1992

जन्मस्थान : नोवामुंडी

प्लेइंग पोजीशन : सेंटर बैक, डिफेंसिव मिडफील्डर

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कॅरियर

वर्ष-टीम-मैच

2012-चर्चिल ब्रदर्स-20

2015-मो. स्पोर्टिग-08

2016-मोहन बागान-04

2016-एफसी गोवा-11

2017-चेन्नइयन एफसी-01

2018-जमशेदपुर एफसी-00

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