एमजीएम में मरीज की मौत मामले में दो डॉक्टरों का काटा गया वेतन Jamshedpur News
चिकित्सकों की लापरवाही के कारण मरीज की मौत हो जाने के मामले में स्वास्थ्य सचिव के आदेश पर दो चिकित्सकों का एक दिन का वेतन काट दिया गया है
By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 14 Aug 2019 05:08 PM (IST)Updated: Wed, 14 Aug 2019 07:00 PM (IST)
जमशेदपुर, जासं। महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में सोमवार को कथित तौर पर चिकित्सकों की लापरवाही के कारण मरीज की मौत हो जाने के मामले में स्वास्थ्य सचिव के आदेश पर दो चिकित्सकों का एक दिन का वेतन काट दिया गया है। फौरी तौर पर यह कार्रवाई चिकित्सकों की लापरवाही पर अंकुश लगाने के लिए तो ठीक, है लेकिन बावजूद सवाल मौजूं है कि आखिर कब तक अव्यवस्था का दंश झेलता रहेगा
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल में सोमवार को भी यहां कुछ ऐसा ही देखने को मिला। कपाली निवासी तुषार मुखी को पेट दर्द की शिकायत पर एमजीएम अस्पताल लाया गया। वह (तुषार) तड़पता रहा। डाक्टर व अन्य अस्पताल कर्मचारी उसे तड़पता छोड़ भाग खड़े हुए। इसी बीच तुषार मुखी की मौत हो गई। मामले में स्वास्थ्य सचिव डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी को हुई तो उन्होंने अस्पताल अधीक्षक से दोषी डॉक्टरों के नाम भेजकर उन्हें निलंबित करने की बात कही। इधर इस मामले में स्वास्थ्य सचिव ने मामले में दो डॉक्टरों, डॉ. संतोष कुमार व डॉ. धीरज कुमार का एक दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया।
सचिव के पास भेजे गए दो डॉक्टरों के नाम
एमजीएम में तुषार की मौत को सरकार ने गंभीरता से लिया है। स्वास्थ्य सचिव ने एमजीएम अस्पताल अधीक्षक से दोषी पर कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट मांगी थी, सो अधीक्षक ने डॉ. संतोष कुमार व डॉ. धीरज कुमार का नाम लिखकर स्वास्थ्य सचिव को भेज दिया है। इस बीच केवल दो डॉक्टरों का नाम देख स्वास्थ्य सचिव भड़क गए, साथ ही उस तिथि को ऑन ड्यूटी रोस्टर के अनुसार अन्य डॉक्टरों जैसे इंटर्न, जूनियर रेजिडेंट, चिकित्सा पदाधिकारी, सहायक प्राध्यापक तथा अन्य सीनियर डाक्टरों के भी नाम भी भेजने को कहा है, ताकि इनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जा सके। स्वास्थ्य सचिव ने 14 अगस्त तक इन सभी के नाम हर हाल में उपलब्ध कराने को कहा है।
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