85 की उम्र के बाद एक तिहाई लोगों को अल्जाइमर की समस्या
60 साल की उम्र के बाद बुजुर्गो में भूलने की बीमारी तेजी से बढ़ रही है।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : 60 साल की उम्र के बाद बुजुर्गो में भूलने की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। इसके प्रति लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। उक्त बातें शुक्रवार को महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ. दीपक गिरी ने कहीं।
विश्व अल्जाइमर दिवस के मौके पर साकची स्थित रेडक्रास भवन में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में शहर के करीब 50 से अधिक बुजुर्ग व अन्य लोग भी शामिल हुए। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डालसा के सचिव एसएन श्रीधर व मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. दीपक गिरी मौजूद थे। डॉ. दीपक गिरी ने बताया कि अल्जाइमर मस्तिष्क का एक रोग है, जिसके कारण स्मरणशक्ति, विचारशक्ति तथा व्यवहार में समस्या उत्पन्न होती है। इस रोग के कारण व्यक्ति भ्रमित हो सकता है, परिचित स्थानों में खो सकता है, वस्तुओं को गलत जगह पर रख सकता है या बोलने में समस्या हो सकती है। 85 से अधिकया उससे अधिक आयु वाले लगभग एक तिहाई लोगों को अल्जाइमर है। डॉ. दीपक गिरी ने एक शोध का हवाला देते हुए कहा कि जिनके माता-पिता, भाई या बहन अल्जाइमर से पीड़ित है उनके परिवारों में यह बीमारी अधिक होती है। अल्जाइमर के लगभग 70 फीसद मामले अनुवांशिक कारणों से होते हैं। इसके अलावा सिर पर गहरी चोट, आर्थिक तंगी, पारिवारिक दिक्कतें, हाइपरटेंशन व डिप्रेशन भी बड़े कारण हैं। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सिंहभूम केंद्रीय वरिष्ठ नागरिक समिति व ग्रेस इंडिया एनजीओ का अहम योगदान रहा। इस अवसर पर ग्रेस इंडिया के अध्यक्ष डॉ. जॉय मोइत्रा, सचिव डॉ. विवेक त्रिवेदी, केंद्रीय वरिष्ठ नागरिक समिति के अध्यक्ष शिव पूजन सिंह, रेणु सिंह, यमुना तिवारी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।