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RSS ने शुरू किया दवा बैंक, जरूरतमंदों को उपलब्ध कराई जाएगी दवा; इन नंबरों पर करें फोन

RSS started medicine Bank आरएसएस ने कोरोना काल में आक्सीजन बैंक के बाद दवा बैंक की सेवा शुरू की है। इसका उद्देश्य गरीब मरीजों तक महंगी दवा उपलब्ध कराना है। आरएसएस ने फोन नंबर जारी किए हैं जिसमें दवा लेने और देने वाले संपर्क कर सकते हैं।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 17 May 2021 01:12 PM (IST)Updated: Mon, 17 May 2021 02:07 PM (IST)
आक्सीजन बैंक के बाद दवा बैंक की सेवा शुरू की गइ है।

जमशेदपुर, जासं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने कोरोना काल में आक्सीजन बैंक के बाद दवा बैंक की सेवा शुरू की है। इसका उद्देश्य गरीब मरीजों तक महंगी दवा उपलब्ध कराना है। संघ ने शहरवासियों से अपील की है कि आपके पास जो भी दवा बची हो, उसे कूड़े में ना फेंके। हमें दें, हम इसे जरूरतमंदों तक पहुंचाएंगे।

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इसके लिए संघ ने फोन नंबर भी जारी किए हैं। इससे पहले आरएसएस के स्वयंसेवक कोरोना काल में संक्रमित परिवारों के घर तक निश्शुल्क पौष्टिक भोजन पहुंचा रहे थे। वही जरूरतमंदों को आक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध करा रहे थे। यह सेवा अभी जारी है। इसी बीच दवा बैंक की नई पहल शुरू की गई है।

इन नंबरों पर करें संपर्क

दवा बैंक के लिए आरएसएस जमशेदपुर ने फोन नंबर जारी किए हैं, जिसमें दवा लेने और देने वाले संपर्क कर सकते हैं। ये रहे नंबर

8986638892

9835138678

8201123418

जमशेदपुर में पहले से चल रहा दवा बैंक

ऐसा नहीं है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने जमशेदपुर में पहली बार दवा बैंक की शुरुआत की है। इससे पहले किन्नरों की संस्था उत्थान ने फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन (एफपीए इंडिया) के साथ मिलकर दवा बैंक चला रही है। एफपीए इस दवा को सुदूर ग्रामीण इलाकों में पहुंचाती है, जहां गरीब-गुरबों का इलाज होता है। किन्नरों की संस्था ने एक्सएलआरआई समेत बिष्टुपुर के सर्किट हाउस एरिया में जगह-जगह पेड़ पर बरसा टांग रखा है, जहां लोग बची हुई दवा तक डाल देते हैं। इसे सप्ताह में दो दिन खोलकर दवा का संग्रह किया जाता है। यह कार्य करीब पांच वर्ष से चल रहा है।

रोटी बैंक का भी हो रहा संचालन

इधर, मानव सेवा को समर्पित रोटी बैंक चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन मनोज मिश्रा ने रोटी बैंक के सदस्यों को ई-पास की व्यवस्था से मुक्त रखने की मांग जिला प्रशासन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता एवं मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की है। उन्होंने कहा है कि ट्रस्ट द्वारा जारी परिचय पत्र को ही स्वीकार करते हुए मान्यता दी जाए। रोटी बैंक के कार्यकर्त्ता इस वैश्विक महामारी एवं आपदा में निस्वार्थ भाव से जरूरतमंदों की सेवा मे लगे हैं। कोरोना के विकराल रूप के बीच अपनी जिंदगी की परवाह किये बगैर लगातार निश्शुल्क भोजन एवं राशन वितरण का कार्य पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से कर रहे है। रोटी बैंक के द्वारा एमजीएम अस्पताल एवं कैंसर अस्पताल में दूर दराज से आकर इलाज कराने वाले गरीब मरीजों एवं उनके परिजनों को भोजन प्रदान करने सहित शहर के फुटपाथ मे रहने वाले गरीब गुरबा को भी हर दिन निशुल्क भोजन मुहैया कराया जा रहा है। कुछ स्लम क्षेत्रों मे राशन भी मुहैया कराने का कार्य किया गया है।


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