पुलिस की कार्यशैली पर फूटा गुस्सा, शव यात्रा रोककर किया प्रदर्शन Jamshedpur News
पुलिस की कार्यशैली से परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा तो शव यात्रा रोककर सड़क पर प्रदर्शन किया गया। जिस युवक की शव यात्रा निकली थी वह चार दिन से गायब था।
जमशेदपुर, जेएनएन। पुलिस की कार्यशैली से परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा तो शव यात्रा रोककर सड़क पर प्रदर्शन किया गया। जिस युवक की शव यात्रा निकली थी वह चार दिन से गायब था। मंगलवार को उसकी लाश मिली थी। शव यात्रा टाटा मोटर्स के दो नंबर गेट के पास पहुंची तो अर्थी को सड़क पर रखकर रोड जाम कर दिया गया।
जाम कर रहे लोगों का आरोप था कि युवक के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी पुलिस ने तत्परता नहीं दिखाई। परिजनों ने खुद अपने स्तर से खोज जारी रखी और उसका शव मिला। हद यह कि पुलिस ने ही युवक का मोबाइल ट्रेस किया, लेकिन उस आधार पर उसके करीब पहुंचने की कोशिश नहीं की। लोकेशन के आधार पर परिजनों ने खुद शव ढूंढा। जिम्मेदार पुलिस अधिकारी पर इसके लिए कार्रवाई होनी चाहिए। सड़क जाम की सूचना पर पुलिस मौके पर पहंची और काफी समझाकर लोगों को मनाया। उसके बाद शव यात्रा आगे बढ़ी।
चार दिन ये गयाब था बावनगोड़ा का रवि
परसुडीह के बावनगोड़ा स्थित अपने घर से रवि प्रकाश उर्फ काशी लापता था। मंगलवार को उसकी लाश रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 में मिली। पत्थर से कूच कर रवि का कत्ल करने के बाद शव बड़ाबांकी पुलिया के पास झाड़ी में फेंक दिया गया था। परिजनों के अनुसार रवि शुक्रवार को दोपहर तीन बजे से लापता था। उसे बावनगोड़ा बस्ती का ही एक दोस्त प्रदीप घर से बुला कर अपनी बाइक पर बैठा कर ले गया था। प्रदीप तो लौट आया लेकिन, रवि नहीं लौटा। इस पर रवि के पिता मनोज ठाकुर ने परसुडीह थाने में शिकायत की। परसुडीह पुलिस ने प्रदीप को उठा कर पूछताछ की तो उसने रवि को जेम्को में छोड़ देने की बात कही। परसुडीह पुलिस ने रवि की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कर प्रदीप को छोड़ दिया था।
फायरिंग मामले में तलाश रही थी पुलिस
रवि को टेल्को पुलिस भी कुछ दिन पहले जेम्को में हुई फायरिंग के एक मामले में तलाश कर रही थी। टेल्को पुलिस भी रवि के मोबाइल नंबर से उसका लोकेशन ट्रेस कर रही थी। उसकी लोकेशन डिमना के आसपास मिल रही थी। बाद में टेल्को पुलिस ने जेम्को फायरिंग के मामले में एक युवक सोमनाथ को उठाया। उससे पूछताछ करने के बाद टेल्को पुलिस ने रवि की फिर लोकेशन ली। इस बार मनोज को बताया कि उनके बेटे की लोकेशन बड़ाबांकी के आसपास मिल रही है। इसके बाद रवि के पिता मनोज मंगलवार को पांच साथियों के साथ बड़ाबांकी पहुंचे और दुकानदारों को रवि की फोटो दिखाकर उसके बारे में जानकारी चाही। लेकिन, दुकानदारों ने रवि के बारे में किसी तरह की जानकारी होने से इंकार किया। बाद में ये लोग उसे खोजते हुए झाड़ियों की तरफ गए तो वहां रवि की लाश मिल गई।
दोस्तों पर है हत्या का शक
रवि की हत्या के मामले में परिजनों को उसके दोस्तों पर हत्या का शक है। मृतक के पिता ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार की रात रवि ने अपनी बहन और एक अन्य दोस्त को फोन कर बताया था कि उसकी हत्या करने के लिए कल्लू खोज रहा है। दोस्त ने उसे घर जाने की सलाह दी थी लेकिन, वो घर नहीं पहुंच सका था। पिता का शक रवि को घर से ले जाने वाले प्रदीप पर भी है।
सिर खा गए थे जंगली जानवर
रवि के शव पर सिर नहीं था। शव जंगली जानवर खा गए थे। इसके अलावा, हाथ और पैर का भी कुछ हिस्सा जानवरों ने खा लिया था।