डॉली को पकडऩे गई पुलिस पर बस्तीवासियों ने किया था हमला, थाने के पास लगा रहा मजमा Jamshedpur News
यह दैनिक जागरण के अभियान का असर है कि किंगपिन डॉली पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस के लिए डॉली को पकडऩा पुलिस के लिए कभी आसान नहीं रहा।
जमशेदपुर (जासं)। यह दैनिक जागरण के अभियान का असर है कि किंगपिन डॉली पुलिस की गिरफ्त में है। पुलिस के लिए डॉली को पकडऩा पुलिस के लिए कभी आसान नहीं रहा। जब भी पुलिस डॉली को पकडऩे आदित्यपुर के मुस्लिम बस्ती पहुंचती, बस्तीवासी पुलिस पर ही हमला कर देते थे। पुलिस भीड़ को नियंत्रण करने में मशगूल रहती, तबतक डॉली फरार हो जाती। पिछले पांच साल से पुलिस व डॉली के बीच यह लुकाछिपी का खेल चल रहा था। यही कारण है कि इस बार 25 दिन के लंबे अभियान के बाद वह पुलिस की गिरफ्त में आई है। जुलाई 2019 की बात है, जब आदित्यपुर के मुस्लिम बस्ती में पुलिस नशा तस्कर डॉली को पकडऩे पहुंची। शाम का समय था। आम दिनों की तरह बस्ती में चहल-पहल थी।
पुलिस दल बल के साथ डॉली को पकडऩे पहुंची। बस्ती वासियों को इसकी सूचना कानोंकान लग गई। सभी धीरे-धीरे एकत्रित होने लगे। पुलिस ने डॉली को गिरफ्त में ले लिया। जैसे ही उसे पुलिस जीप में बैठाने का प्रयास किया गया, भीड़ भड़क गई। उपद्रवी भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा था। इसी आपाधापी में डॉली पुलिस से हाथ छुड़ाकर भाग निकली। गुस्साएं बस्तीवासियों ने पास स्थित आस्था अपार्टमेंट में पथराव भी किया था।
रविवार को भी थाना के पास लगा रहा मजमा
रविवार को जैसे ही बस्तीवासियों को डॉली के थाना लाए जाने की खबर मिली, महिलाएं थाना के पास एकत्रित हो गई। पहले एक झटका खा चुकी पुलिस इस बार सतर्क थी। थाना के पास पहुंच रही महिलाओं को दूर भगाने का प्रयास करती रही। भीड़ को पुलिस रोकती रही, लेकिन भीड़ बढ़ती जा रही थी। थोड़ी देर बाद डॉली की पुत्री ने भीड़ को घर लौटने का इशारा किया। इशारा मिलते ही सभी वापस लौट गए। थाना में आरोपित से आदित्यपुर थाना प्रभारी सुषमा कुमारी ने यह पूछताछ की कि कैसे वह धंधा संचालित करती थी? कहां से ड्रग्स मंगाती थी? गिरोह में कौन-कौन जड़े हुए है? इस संबंध में पूछताछ की जा रही है।