दुर्लभ डाक टिकट पर होगा रिसर्च, सरकार देगी खर्च
झारखंड से कुल 40 बच्चों का चयन किया जाना है। इसमें सफल होने के लिए प्रतिभागियों को 60 अंक लाने होंगे।
जमशेदपुर, अमित तिवारी। देश-विदेश के दुर्लभ डाक टिकटों का संग्रह अब हर घर में होगा और लोग अपने अतीत को जान सकेंगे। इसके लिए डाक विभाग ने एक अनूठी पहल की है। दीनदयाल स्पर्श (रुचि के रूप में डाक टिकटों में अनुसंधान के लिए छात्रवृति) योजना ने से छात्रवृति शुरू की है। यह उन स्कूली बच्चों के लिए एक पैन इंडिया छात्रवृति योजना है, जिन्हें डाक टिकट एकत्र व रिसर्च करने में रुचि है।
इस योजना का उद्देश्य स्कूली बच्चों की डाक टिकट संग्रहण में रुचि बढ़ाना है। इस पर खर्च होने वाली राशि का वहन सरकार करेगी। झारखंड से कुल 40 बच्चों का चयन किया जाना है। इसमें सफल होने के लिए प्रतिभागियों को 60 अंक लाने होंगे। एससी व एसटी छात्रों को पांच फीसद की छूट मिलेगी यानी उन्हें 55 नंबर लाने होंगे। जिले के करीब 25 सरकारी व निजी स्कूलों के हजारों छात्र भाग लेंगे।
पहली बार यह योजना लाई गई है। इसमें हर स्कूली छात्र भाग ले सकते हैं। उन्हें डाक टिकटों में अनुसंधान के लिए हर माह 500 रुपये दिए जाएंगे।1आरएल सिन्हा, वरीय डाकपाल, प्रधान डाकघर।
जानिए, क्या है चयन प्रक्रिया
-सर्कल-वार छात्रों के नामांकन के लिए अधिसूचना प्रकाशित किया जाएगा।
-इसके बाद, डाक-टिकट संग्रहण की एक सर्कल-वार प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। प्रदर्शन छात्र की योग्यता का मूल्यांकन होगा।
-सर्कल स्तर पर एक समिति होगी जिसमें डाक अधिकारी और डाक टिकट संग्रहण करने वाले प्रसिद्ध लोग शामिल होंगे। यह समिति छात्रों द्वारा प्रस्तुत डाक टिकट संग्रहण के काम का मूल्यांकन करेगी।
ये हैं दुर्लभ डाक टिकट
15 अगस्त 1947 को जारी : जय हिंदू।
26 जनवरी 1950 को जारी : भारतीय गणराज्य का शुभारंभ, प्रथम एशियाई खेल-1951
16 अप्रैल 1953 : रेलवे शताब्दी वर्ष, डाक बैलगाड़ी तथा डाक गाड़ी।
प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के सौ वर्ष पूरे होने पर लक्ष्मीबाई का टिकट। 1’>>मैन इन स्पेस श्रृंखला का भूटान द्वारा जारी : विश्व का प्रथम थ्री डी डाक टिकट।
योजना के लिए योग्यता मापदंड
-मान्यता प्राप्त विद्यालयों में पढ़ाई करने वाले छात्र ही योजना के लिए योग्य होंगे।
-छात्र का चयन केवल उस स्कूल से किया जाएगा, जिसमें फिलाटेली क्लब होगा और छात्र को उस क्लब का सदस्य होना चाहिए।
-अगर स्कूल में फिलाटेली क्लब नहीं है तो वह फिलाटेली ब्यूरो में खाता खुलवा सकता है।
-छात्र को परीक्षा में न्यूनतम 60 फीसद अंक प्राप्त होने चाहिए, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति समुदाय से संबंधित छात्रों को पांच फीसद छूट दी जाएगी।
सफलता के लिए
लाना होगा 60 फीसद अंक, एससी, एसटी को 5 फीसद की छूट
जिले के हजारों छात्रों के भाग लेने की उम्मीद, परीक्षा में करना होगा पास