अलकायदा से जुड़े आतंकी कलीमुद्दीन के आवास की कुर्की
अलकायदा से जुड़े आतंकी कलीमुद्दीन के मानगो स्थित आवास की कुर्की की गई।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़े होने के संदेह में मौलाना कलीमुद्दीन मुजाहिरी के मानगो स्थित आवास की कुर्की की गई। जवाहरनगर रोड नंबर 12 जहुर बागान स्थित कलीमुद्दीन के आवास की कुर्की की कार्रवाई एटीएस, झारखंड की टीम ने शनिवार को की।
इस आवास के ग्राउंड फ्लोर में जामिया मोहम्मद पी बिन अब्दुल्लाह नाम से मदरसा संचालित होता था, जिसका प्राचार्य मोहम्मद कलीमुद्दीन था।
कलीमुद्दीन और उसका बेटा देश छोड़ सउदी अरब भाग निकला। फरारी के कारण मौलाना कलीमुद्दीन के आवास की कुर्की जब्ती का आदेश पांच अक्टूबर, 2016 को जमशेदपुर व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने बिष्टुपुर थाने में उसके खिलाफ दर्ज कांड संख्या 21/16 मामले में जारी किया था।
इसी मामले में अब्दुल रहमान कटकी, अब्दुल सामी तिहाड़ जेल में और धतकीडीह निवासी अकरम शेख मसूद और मानगो का नसीम अख्तर उर्फ राजू घाघीडीह सेंट्रल जेल में बंद है। कलीमुद्दीन फरार है। सभी पर बिष्टुपुर थाने में आतंकवादी संगठन अलकायदा से जुड़ने, संगठन का विस्तार करने, जिहाद के लिए युवाओं को भड़काने और देशद्रोह की प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
ये सामान किए गए जब्त
मौलाना कलीमुद्दीन के आवास पर कुर्की के दौरान एटीएस टीम को बहुत अधिक सामान हाथ नहीं लगा। घर से सारा सामान पहले ही हटा लिया गया था। उसके घर से छह पंखा, वाशिंग मशीन, चौकी, दो स्टेबलाइजर, दो इनवर्टर बैटरी, मदरसा से पांच रजिस्टर, कुर्सी, टेबुल, कुछ पर्चा व मानवाधिकार आयोग का पत्र मिला, जिसे ऑटो में आजादनगर थाना ले जाया गया। आवास का दूसरा और तीसरा तल्ला पूरी तरह खाली था।
कलीमुद्दीन व पुत्र को हिरासत में लिया था पुलिस ने
कलीमुद्दीन और उसके पुत्र हुजैफा को जमशेदपुर के बिष्टुपुर और आजादनगर थाने की पुलिस ने एक फरवरी, 2016 को हिरासत में लिया था। पुलिस प्रताड़ना की शिकायत कलीमुद्दीन और उसके पुत्र ने मानवाधिकार आयोग, प्रधानमंत्री कार्यालय और झारखंड के गृह विभाग से की थी। शिकायत को विभाग ने गंभीरता से लिया था। इसके बाद कलीमुद्दीन और उसके पुत्र को छोड़ दिया गया। पुलिस जांच करती रही, इस बीच दोनों देश छोड़ सउदी अरब भाग निकले।
सात माह से मकान को किराये पर दे रखा था कलीमुद्दीन के भाई ने
एटीएस टीम और आजदनगर थाने की पुलिस जब कलीमुद्दीन के घर पर कुर्की की कार्रवाई को पहुंची तो घर के पहले तल्ले पर अहमद खान और उनके परिवार की महिलाएं मिलीं। अहमद खान ने बताया कि कलीमुद्दीन के भाई आलम ने उन लोगों को सात माह पहले 1500 रुपये में किराये पर मकान दिया है।
यह भी पढ़ेंः मौसम विभाग ने जारी की बारिश और वज्रपात की चेतावनी
यह भी पढ़ेंः अमित शाह के प्रवास ने झारखंड भाजपा में फूंकी जान