CRIME NEWS : पुलिस का सूचना तंत्र फेल या यहां भी कोई खेल Jamshedpur News
पकड़े गए आपराधिक गैंग की योजना रेलवे ठेकेदारी कंपनियों में ठेकेदारी जमीन के खरीद-बिक्री के कारोबार में वर्चस्व कायम करने को फायरिंग और हत्या करने की थी।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। CRIME NEWS : सरायकेला-खरसावां जिले की पुलिस ने आदित्यपुर में ठेका कंपनी पर फायरिंग और बमबारी मामले में जो खुलासा किया, वह चौकाने वाला है।
गैंग के गुर्गो की गिरफ्तारी के बाद पता चला कि जमशेदपुर के परमजीत सिंह गिरोह से जुड़े गुर्गो ने गैंगस्टर अखिलेश सिंह गिरोह से भी बड़ा गैंग बनाया हैं जिनकी योजना रेलवे ठेकेदारी, कंपनियों में ठेकेदारी, जमीन के खरीद-बिक्री के कारोबार में वर्चस्व कायम करने को फायरिंग और हत्या करने की थी। शहर के बिल्डरों, व्यवसायियों और कारोबारियों को निशाना बनाना था ताकि गिरोह की दहशत फैल जाए।
रंगदारी मिलने लगे, लेकिन गिरोह की भनक तक पुलिस को नहीं लगी। यह पुलिस के खुफिया तंत्र पर सवाल खड़ा करता है। जबकि अपराध समीक्षा बैठक में पुराने अपराधियों की फाइल पलटी जाती हैं और इनकी गतिविधियों पर निगाह रखने को कहा जाता हैं। गैंग के पास हथियार, वाहन और रुपये कहां से आए ये भी जांच के विषय हैं।
गैंग के अधिकांश सदस्य हिस्ट्रीशीटर
सबसे ताजुब्ब की बात है कि गिरोह में शामिल अधिकांश अपराधियों के खिलाफ जमशेदपुर के विभिन्न थानों में प्राथमिकी दर्ज हैं। हिस्ट्रीशीटर हैं। वांटेड हैं। गिरोह में शामिल कदमा रानीकुदर निवासी कृष्णा राव बीते 15 वर्षो से फरार हैं। बिष्टुपुर में कुलराज सिंह की हत्या, कदमा में हत्या, सिदगोड़ा और सीतारामडेरा में हत्या के प्रयास और आम्र्स एक्ट के मामले दर्ज हैं। उसे तलाशने के प्रयास नहीं हुए। आदित्यपुर में जब फायरिंग हुई तब उसकी तलाश होने लगी। 2005 में कुलराज सिंह की हत्या उसके बिष्टुपुर आवास के सामने कर दी गई थी। मानगो का शशिभूषण भारती और सुनिल ठाकुर उलीडीह में व्यवसायी विकास देबुका की हत्या मामले में शामिल रहा हैं।
एक लाख का इनामी है मनोज सरकार
मनोज सरकार बर्मामाइंस निवासी रेलवे ठेकेदार विजय पांडेय की हत्या में शामिल रहा हैं। उस पर एक लाख रुपये का इनाम था। चक्रधरपुर में नौ मई 2016 को ठेकेदार बलराम ङ्क्षसह की हत्या, ओडिशा के क्योझर में व्यवसायी पटेल महतो की हत्या, सरायकेला-खरसावां जिले के आमदा ओपी इलाके मे रेलवे ठेकेदार से रंगदारी मांगने, जान से मारने की धमकी देने, कुचाई में रंगदारी मांगने का आरोपित रहा हैं। झारखंड, बंगाल और ओडिशा में उसकी सक्रियता रही हैं। 2016 में वह पकड़ा गया था।
बम बनाने में मारने में माहिर है मो. सरफुद्दीन
मो. सरफुद्दीन सिंहभूम जिले के चाईबासा का निवासी हैं। जमशेदपुर के गोविंदपुर के बारीगोड़ा में जमीन कारोबारी की हत्या, आदित्यपुर में दीपक मुंडा की हत्या समेत अन्य मामलों का आरोपित रहा हैं। बम बनाने और मारने में वह माहिर रहा हैं। वह सुपारी लेकर अपराध को अंजाम देता हैं। उसका भांजे की गतिविधि भी आपराधिक रही हैं। परमजीत सिंह का करीबा कार्तिक मुंडा के खिलाफ हत्या, आम्र्स एक्ट , रंगदारी और अन्य मामले जमशेदपुर के थानों में दर्ज हैं। कभी अखिलेश ङ्क्षसह का सहयोगी रहा संतोष पाठक भी नए गैंग से जुड़ गया हैं। उसके खिलाफ सिदगोड़ा और कदमा में मामले दर्ज हैं।
रेलवे ठेकेदार व कारोबारियों पर नजर
सरायकेला-खरसावां जिले के एसपी मो. अर्शी की माने तो अनुसंधान में ये सामने आया हैं कि लॉकडाउन के कारण सभी अपराधी पैसे की कमी झेल रहे हैं। इनकी नजर रेलवे ठेकेदारों और जमीन कारोबारियों पर हैं। अखिलेश ङ्क्षसह गिरोह के कमजोर होने और अन्य आपराधिक गिरोहों के वर्चस्व को तोडऩे के लिए नया गैंग तैयार किया गया हैं। गिरोह को रेलवे ठेकेदार और सफेदपोश भी आर्थिक सहयोग कर रहे हैं जिसकी जांच की जा रही हैं।
आदित्यपुर में जीपीटी इन्फास्ट्रक्चर की साइट पर फायरिंग में शामिल था आदिल
आदित्यपुर के आरआइटी थाना क्षेत्र ठेका कंपनी जीपीटी इन्फास्ट्रक्चर की साइट पर रंगदारी के लिए चार जुलाई को हुई फायङ्क्षरग और बमबारी मामले में घटना के दिन बाइक में रतन तियू के साथ आदिल शामिल था जो वांटेड अपराधी सरफुद्दीन का भांजा हैं। यह जानकारी पुलिस को चाईबासा के गटिया थाना क्षेत्र निवासी रतन तियू से पूछताछ में मिली। आदिल घटना के बाद से फरार हैं। उसकी गिरफ्तारी को पुलिस प्रयासरत हैं। गौरतलब हैं कि फायङ्क्षरग मामले में पुलिस टीम ने छत्तीसगढ़ के अपराधी सुनिल तिवारी, राकेश पांडेय, लालेश वारले, परमेश्वर दास समेत जमशेदपुर के बालीगुमा निवासी शशि भूषण भारती, साकची बाराद्वारी देवनगर के सुनिल ठाकुर, चाईबासा के रतन तियू, सरायकेला बालपोसी के हसीमुद्दीन अंसारी और आदित्यपुर के जयकांत पांडेय को गिरफ्तार किया था।
शशिभूषण ने बुलाया था छत्तीसगढ़ के अपराधियों को
मानगो बालीगुमा निवासी शशिभूषण भारती की गतिविधि आपराधिक रही हैं। उसका एक रिश्तेदार मुन्ना छत्तीसगढ़ में काम करता था। रायगढ़ के कोतवाली थाना क्षेत्र के परमेश्वर दास से मुन्ना की दोस्ती थी। शशिभूषण ने मुन्ना को छत्तीसगढ़ के अपराधियों को उसके गिरोह से जुडऩे को कहा था। परमेश्वर दास अपने तीन साथियों के साथ जमशेदपुर आया। सभी को सरफुद्दीन के माध्यम से जमशेदपुर में शशिभूषण भारती ने ठहराया था। रेलवे साइट पर फायङ्क्षरग के बाद सभी पकड़े गए।