किराए पर लग्जरी कारों को चलवाने का झांसा देकर कारों को बंधक रख देता था गिरोह, चार की तलाश; एक गिरफ्तार
पूर्वी सिंहभूम जिले में ठगी किए जाने के एक से बढ़कर एक मामले सामने आते हैं और ठगी की घटना सुनकर पुलिस वाले भी आश्चर्यचकित हो जाते हैं। जुगसलाई थाना में एक संगठित गिरोह ने लग्जरी कार के मालिकों को चूना तो लगाया ही वाहनों को भी गायब कर दिया।
जमशेदपुर, जागरण संवाददाता । पूर्वी सिंहभूम जिले में ठगी किए जाने के एक से बढ़कर एक मामले सामने आते हैं और ठगी की घटना सुनकर पुलिस वाले भी आश्चर्यचकित हो जाते हैं। जुगसलाई थाना में एक संगठित गिरोह ने लग्जरी कार के मालिकों को चूना तो लगाया ही साथ ही वाहनों को भी गायब कर दिया। फिलहाल एक आरोपित औरंगजेब पुलिस की गिरफ्त में आया जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने नौ कार को शहर के विभिन्न इलाकों में छापामारी कर बरामद किया है।
जुगसलाई थाना में वाहिद मुराद की शिकायत पर जुगसलाई के औरंगजेब, सुभान, सोनारी के राहुल और कदमा के दीपू के खिलाफ धोखाधड़ी की प्राथमिकी दर्ज की गई है। जुगसलाई थाना प्रभारी तरुण कुमार ने बुधवार को मामले की जानकारी पत्रकारों को दी। औरंगजेब और उसके गिरोह ने कार मालिकों को यह झांसा देकर वाहन लिया कि टाटा स्टील समेत अन्य औद्योगिक कंपनियों में वाहन किराए पर लगवा देगा। हर माह मासिक भुगतान मिलेगा। वाहन मालिक उसके झांसे में आ गए। लिखा-पढ़ी कर कागजात के साथ वाहन दे दिया। वहीं ठगी करने वाला वाहनों को दूसरे के पास बंधक रख देता था। बेच देता था। कारण वाहन के कागजात भी उनके पास थे।
कभी -कभार किराया भी देता था
वाहन मालिकों के दबाव देने पर कभी-कभी किराए के तौर पर रुपये का भुगतान भी कर दिया जाता था। कंपनी को वाहन में लगवाने को बकायदा पंजीयन के नाम पर रुपये भी ठगी करने वाले लेते थे। वाहनों को डेढ़ से दो लाख रुपये में बंधक रख देते थे। मतलब ठगों के दोनों हाथ में लड्डू आते रहे। वाहन मालिकों से रुपये भी लिए और उनकी ही वाहन को दूसरे के पास बंधक रखकर रुपये ले लिए। ठगी करने वाले ने लाकडाउन का खूब फायदा उठाया। कारण लाकडाउन में वाहन किराए पर नहीं चल रही थी। मालिकों के घर पर वाहन खड़ी थी। आरोपित ने वाहन मालिकों से संपर्क किया। झांसा दिया कि वह वाहन किराए पर लगवा देगा। मालिक भी झांसा में आ गए कि चलो लॉकडाउन में कुछ तो पैसा आएगा
क्या कुछ कहा ठगी के शिकार मुन्ना चौबे ने
जमशेदपुर के नामदा नामदा बस्ती, नीलडीह निवासी मुन्ना चौबे ने बताया कि औरंगजेब ने उनकी कार कंपनी में चलवाने के लिए ली। बकायदा एग्रीमेंट भी किया। कहा हर माह 18 हजार रुपये किराए के रूप में मिलेंगे। लिखा-पढ़ी और एग्रीमेंट के नाम पर उससे 22 हजार रुपये भी ले लिया। कहा कि कागजात जल्द ही दे देंगे, लेकिन कागजात नहीं दिया। कुछ शंका होने पर उसने औरंगजेब से बातचीत की तो जवाब मिला कि 17 अगस्त को कागजात देगा। जब जुगसलाई थाना पहुंचे तो जानकारी हुई कि ठगी करने वाला पकड़ा गया है। वहीं बताया जा रहा कि एक महिला पुलिसकर्मी से भी आरोपित ने ठगी की थी जिसके कारण पुलिस मुख्य आरोपित तक पहुंचने में सफल हुई है। ऐसी सूचना है कि आरोपित और उसके साथियों ने शहर के 27 लोगों से वाहन किराए पर चलवाने को वाहन लिया है और सभी वाहनों को बंधक रख दिया या बेच दिया गया। कुछ वाहन कोलकाता में आरोपितों ने बेच दिए हैं।