पीएम मोदी के संदेश से भरी ऊर्जा, कोल्हान के लोगों ने कहा- हां, अंधेरा हारेगा और उजाला जीतेगा
PM Modi. वैश्विक महामारी बनकर खड़े कोरोना वायरस और इससे उत्पन्न देशव्यापी लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश झारखंड के कोल्हान के लोगों को नई ऊर्जा से भर गया।
जमशेदपुर, जेएनएन। वैश्विक महामारी बनकर खड़े कोरोना वायरस और इससे उत्पन्न देशव्यापी लॉकडाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संदेश झारखंड के कोल्हान के लोगों को नई ऊर्जा से भर गया। लोगों ने एक स्वर से कहा है कि वे प्रधानमंत्री की अपील के अनुरूप प्रकाश के तेज से कोरोना के अंधकार को चुनौती देंगे। अंधेरा हारेगा और उजाला जीतेगा।
प्रधानमंत्री कोरोना संकट पैदा होने के बाद शुक्रवार को तीसरी बार देशवासियों से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि इस कोरोना संकट से जो अंधकार और अनिश्चितता पैदा हुई है, उसे समाप्त करके हमें उजाले और निश्चितता की तरफ बढ़ना है। प्रधानमंत्री ने सबसे पहले जनता कर्फ्यू का आह्रवान किया था और उसके बाद वक्त के तकाजे को देखते हुए 14 अप्रैल तक देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की थी। कोरोना महामारी के खिलाफ देशव्यापी लॉकडाउन के नौंवे दिन प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि लॉकडाउन के नौ दिनों के दौरान आप सभी ने जिस प्रकार अनुशासन और सेवा भाव का परिचय दिया है, अभूतपूर्व है। इस अंधकारमय कोरोना संकट को पराजित करने के लिए हमें प्रकाश के तेज को चारो दिशाओं में फैलाना है।
5 अप्रैल को मांगे सिर्फ नौ मिनट
प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 अप्रैल को हम सबको मिलकर कोरोना के संकट के अंधकार को चुनौती देनी है। उसे प्रकाश की ताकत का परिचय कराना है। हमें 130 करोड़ देशवासियों की महाशक्ति का जागरण करना है। पांच अप्रैल को रात 9 बजे घर की सभी लाइटें बंद करके, घर के दरवाजे पर या बालकनी में खड़े रहकर 9 मिनट के लिए मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट जलाएं और उस समय जब हर व्यक्ति एक-एक दीया जलाएगा, तब प्रकाश की उस महाशक्ति का अहसास होगा। प्रधानमंत्री ने इस बात की ओर खास ध्यान खींचा कि इस दौरान हमें सामाजिक दूरी का पूरा ध्यान रखना है। इस आयोजन के समय किसी को भी कहीं पर भी इकट्ठा नहीं होना है। रास्तों में, गलियों या मोहल्लों में नहीं जाना है। अपने घर के दरवाज़े, बालकनी से ही इसे करना है।
कोरोना की चेन तोड़ने का यही रामबाण इलाज
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें 130 करोड़ देशवासियों के महासंकल्प को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। 5 अप्रैल रविवार को रात 9 बजे मैं आप सबके 9 मिनट चाहता हूं। जमशेदपुर के रामदेवबगान में रहनेवाले मिथिलेश कहते हैं- प्रधानमंत्री की बात से बड़ी ताकत मिलती है। उनकी अपील दिल को छू जाती है। हमें उनकी अपील पर जरूर अमल करनी चाहिए। मैंं तो करूंगा।