पीएफ ट्रस्टी सदस्यों को हर दिन करना होगा इनपंच
टाटा स्टील पीएफ ट्रस्टी के सदस्यों को अब पूरे कार्यदिवस में इन व आउट पंच करने के साथ ही सभी को शिफ्ट में ड्यूटी करना होगा। नई व्यवस्था तत्काल से प्रभावी हो गई है।
जासं, जमशेदपुर : टाटा स्टील पीएफ ट्रस्टी के सदस्यों को अब पूरे कार्यदिवस में इन व आउट पंच करने के साथ ही सभी को शिफ्ट में ड्यूटी करना होगा। नई व्यवस्था तत्काल से प्रभावी हो गई है।
टाटा वर्कर्स यूनियन की ओर से चार सदस्यीय पीएफ ट्रस्टी में जोगिदर सिंह जोगी, मुमताज आलम, ओपी सिंह व अमोद दुबे शामिल हैं। जबकि इसके चेयरमैन टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन हैं। इन सदस्यों को 30 में से आधे दिन पंच द्वारा जबकि शेष दिन सर्टिफिकेट ऑफ अटेंडेंस (सीओए) द्वारा हाजिरी बनती थी। जिसमें विभागीय हेड स्तर के अधिकारी के हस्ताक्षर करते थे। लेकिन अब सभी सदस्यों को पूरे कार्यदिवस पंच करना अनिवार्य कर दिया गया है।
कोरोना के कारण इनके कार्यालय में शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है और सभी काम ऑनलाइन भी हो चुके हैं। इसे लेकर यूनियन कार्यालय में जितनी मुंह उतनी बातें हो रहीं है। कुछ कमेटी मेंबरों का कहना है कि जोगिदर सिंह जोगी जो कभी वर्तमान सत्ता पक्ष के हनुमान हुआ करते थे। नेताओं को अपने कंधे पर बैठाकर कई आयोजनों में मोटे-मोटे हार पहनाते थे। किन्ही कारणों अब वे सत्ता पक्ष से नाराज चल रहे हैं इसलिए उन्हें वापस क्रेन की सीट पर बैठाने के लिए ही यह सारी कवायद चल रही है। जबकि कुछ सदस्यों का कहना है कि पीएफ ट्रस्टी के सदस्य कंपनी प्रबंधन से मिले रिलीज का गलत फायदा उठाते थे और पूरे कार्यदिवस की हाजिरी सीओए द्वारा ही बनती थी। इसके कारण ही कंपनी प्रबंधन ने अपने नियम बदल दिए हैं। विरोधी खेमे के कमेटी मेंबरों का कहना है कि वर्तमान कार्यकाल में पहले मेडिकल एक्सटेंशन बंद हुआ। फिर ग्रेड रिवीजन में कर्मचारियों का डीए फ्रीज हुआ। फिक्सअप बंद होकर क्वार्टर एलॉटमेंट ऑनलाइन हुआ। अब पीएफ ट्रस्टी के पूरे दिन पंचिग के बाद और न जाने क्या-क्या देखना होगा। इस मामले में टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष आर रवि प्रसाद ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।