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Coronavirus Lockdown : सीमाएं सील, फिर भी दूसरे राज्यों से ठेले गए लोग पहुंच जा रहे झारखंड

Coronavirus Lockdown. सिर्फ झारखंड के कोल्हान की सीमा से लॉकडाउन में करीब 15 हजार लोग दूसरे राज्यों से आ चुके हैं। इनमें से ज्यादातर ओडिशा के रास्ते आए!

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 29 Apr 2020 12:11 PM (IST)Updated: Wed, 29 Apr 2020 12:11 PM (IST)
Coronavirus Lockdown : सीमाएं सील, फिर भी दूसरे राज्यों से ठेले गए लोग पहुंच जा रहे झारखंड

रांची/जमशेदपुर, जेएनएन। Coronavirus Lockdown लॉकडाउन के कारण सभी राज्यों की सीमाएं सील हैं। केंद्र सरकार का स्पष्ट रुख है कि जो जहां हैं, वहीं रहेंगे। बावजूद लोग एक राज्य से दूसरे राज्य में ठेले जा रहे। खासकर, प्रवासी मजदूर। ओडिशा और बंगाल से मजदूरों को झारखंड सीमा में ठेल दिया जा रहा। इनमें से ज्यादातर ऐसे लोग हैं जो अपने राज्य झारखंड या बिहार आने की हसरत में कहीं से रवाना हुए। दूसरे राज्य की पुलिस ने इन्हें रोक कर क्वारंटाइन नहीं किया बल्कि झारखंड की राह दिखा दी।

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सिर्फ झारखंड के कोल्हान की सीमा से लॉकडाउन में करीब 15 हजार लोग दूसरे राज्यों से आ चुके हैं। इनमें से ज्यादातर ओडिशा के रास्ते आए, जबकि कुछ पश्चिम बंगाल व छत्तीसगढ़ से भी यहां पहुंचे। पूछताछ में लगभग सभी ने कहा कि उन्हें पुलिस ने पकड़ा और कहा कि जल्दी झारखंड की ओर भाग जाओ। झारखंड घुसने के बाद 90 फीसद लोगों को क्वारंटाइन किया गया। अब इनमें से काफी क्वारंटाइन की मियाद पूरी भी कर चुके हैं। वहीं, झारखंड में भी कुछ मामले सामने आए हैं जब दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को पकड़े जाने पर फिर से उन्हें उनके राज्य भेज दिया गया है।

क्वारंटाइन में रखकर निगरानी करना चुनौती

नियमत: अगर कोई व्यक्ति सीमा पार करने की कोशिश करता है तो उसे पकड़कर क्वारंटाइन करना चाहिए। क्वारंटाइन करने के बाद वहां रहने खाने का इंतजाम प्रशासन को करना पड़ता है, साथ ही जांच भी करानी होती है। अपने सिर का दर्द कम करने और संसाधनों पर बोझ न पड़े इस वजह से राज्य चाहते हैं कि उन पर जितना कम भार पड़े उतरा अच्छा।

विशाखापट्टनम से बाइक पर आ रहे थे 13 युवक

पूर्वी सिंहभूम जिले की सीमा पर जादूगोड़ा के रास्ते 11 बाइक पर सवार 13 युवकों को सुंदरनगर में पुलिस ने पकड़ा था। विशाखापट्टनम में फेरी लगाकर कपड़ा बेचने वाले ये युवक बोकारो-धनबाद के थे। इन युवकों ने बताया कि ओडिशा पुलिस ने इन्हें डंडे से मारकर झारखंड की ओर भाग जाने को कहा।

अनुपति पत्र को भी नहीं मान रहा बंगाल

वहीं झारखंड के लोगों को बंगाल से शिकायत है कि वहां की पुलिस तो झारखंड समेत दूसरे राज्यों से जारी अनुमति पत्र के बाद भी आवश्यक कार्य के लिए बंगाल जानेवालों को प्रवेश करने नहीं दे रही है। मैथन के आसपास के होटलों में ऐसे कई लोग रुके हैं। वे लॉकडाउन खुलने का इंतजार कर रहे हैं।

58 मजदूरों को लौटा दिया गया पश्चिम बंगाल

ट्रक में छिपकर रविवार की रात पश्चिम बंगाल से झारखंड आ रहे 58 मजदूरों को मैथन स्थित झारखंड-बंगाल सीमा पर पुलिस ने पकड़ लिया। इन सभी को वापस पश्चिम बंगाल भेज दिया गया। धनबाद व बोकारो के ग्रामीण इलाकों में सड़कें भी काट दी गई हैं ताकि किसी भी प्रवेश पर रोक लगे।

तरबूज के ट्रक में पकड़े गए 14 लोग

पूर्वी सिंहभूम जिले की सीमा पर सुंदरनगर थाना की पुलिस ने 14 लोगों को पकड़ा था, जो तरबूज से लदे ट्रक में छिपकर आ रहे थे। ये सभी ओडिशा से आ रहे थे। उन्होंने बताया कि ओडिशा पुलिस ने ही आंध्रप्रदेश से तरबूज लेकर जा रहे ट्रक में बैठाया था।

ये कहते हैं एसपी

कोरोना के संक्रमण को रोकने की सभी राज्यों की अपनी जिम्मेदारी बनती है। सभी का यह दायित्व है कि वे अंतरराज्यीय आवागमन पर रोक लगाएं।

-इंद्रजीत माहथा, पुलिस अधीक्षक, पश्चिमी सिंहभूम।


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