Jharkhand Assembly Election 2019 :मतगणना के दिन कॉलेज के बाहर भी नहीं लगेगा दलों का टेंट
Jharkhand Assembly Election 2019.
जमशेदपुर, जासं । Jharkhand Assembly Election 2019 झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद से जमशेदपुर को-आपरेटिव कालेज परिसर में राजनीतिक दलों के जो टेंट लगे थे, वे शनिवार को गायब हो गए। यही नहीं मतगणना के दिन दलों के टेंट कालेज परिसर के बाहर भी नहीं लगेंगे।
पूर्वी सिंहभूम के उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी रविशंकर शुक्ला ने कहा कि मतगणना के दौरान किसी भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार को सड़क या किसी सरकारी भवन के पास टेंट नहीं लगाने दिया जाएगा। इसकी जानकारी शनिवार को उम्मीदवारों के चुनाव अभिकर्ता को भी दे दी जाएगी। इससे पहले उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन ने दलों के चुनाव अभिकर्ताओं को कालेज परिसर से सुबह तक अपने-अपने टेंट हटा लेने को कहा है। इसके बाद से कालेज परिसर में सिर्फ एक दल से एक कार्यकर्ता को रहने की अनुमति रहेगी। इनके लिए कालेज लाइब्रेरी के पास बने वाहन कोषांग के टेंट में स्थान रहेगा। यहां दलों या निर्दलीय उम्मीदवारों के एक-एक कार्यकर्ता 21 व 22 दिसंबर को ही रह सकेंगे। 23 दिसंबर को मतगणना के दिन परिसर के अंदर सिर्फ काउंटिंग एजेंट या उम्मीदवार ही प्रवेश कर सकेंगे। हर टेबुल पर एक दल या उम्मीदवार का एक-एक काउंटिंग एजेंट रह सकेगा। यदि उम्मीदवार आता है, तो उस टेबुल से काउंटिंग एजेंट बाहर चले जाएंगे, जिस टेबुल पर उम्मीदवार बैठेंगे।
टेंट में चले मुर्गा-मछली का खर्च प्रत्याशी के खाते में जाएगा
को-आपरेटिव कालेज परिसर में अब तक राजनीतिक दलों या उम्मीदवारों के जो टेंट लगे थे, उसमें कार्यकर्ताओं या टेंट के रखरखाव पर जो भी खर्च हुआ है, प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाएगा। उपायुक्त ने बताया कि जिस दल के जितने उम्मीदवार पूर्वी सिंहभूम जिले में चुनाव लड़ रहे हैं, टेंट का खर्च उन उम्मीदवारों के बीच बांट दिया जाएगा। विधानसभा चुनाव के व्यय कोषांग ने इन खर्चों का आकलन कर लिया है।
उम्मीदवारों या चुनाव अभिकर्ता के साथ बैठक
उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी रविशंकर शुक्ला ने उपायुक्त कार्यालय में शाम चार बजे से बैठक बुलाई है, जिसमें उम्मीदवार या उनके चुनाव अभिकर्ता को बुलाया गया है। उपायुक्त ने बताया कि उन्हें मतगणना से संबंधित तमाम जानकारी दी जाएगी।
सर्विलांस टीम कर दी गई भंग
विधानसभा चुनाव के लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने जिन सर्विलांस टीमों का गठन किया था, उन्हें भंग कर दिया गया है। उपायुक्त ने बताया कि एफएसटी (फ्लाइंग स्क्वायड टीम) पहले ही भंग कर दी गई थी, जबकि शनिवार से एसएसटी (स्टैटिंग सर्विलांस टीम) को भी भंग कर दिया गया है।