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अनाथ बच्चों ने संगीत से जोड़ा नाता, समर्थ बैंड से मचा रहे धूम

ये अनाथ बच्चों का बैंड है। करीब 30 बच्चों की बैंड टीम में अधिकतर लड़कियां हैं। बैंड टीम की लीडर प्रतिमा हांसदा इसी आवासीय विद्यालय में छठी कक्षा में पढ़ती है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 01:36 PM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 01:36 PM (IST)
अनाथ बच्चों ने संगीत से जोड़ा नाता, समर्थ बैंड से मचा रहे धूम

जमशेदपुर [विकास श्रीवास्तव]। ये वो बच्चे हैं जिनके माता-पिता नहीं हैं। विभिन्न जगहों से लाकर इन्हें गोलमुरी स्थित सरकारी आवासीय विद्यालय में रखा गया है। यहां इनकी कक्षाएं भी चलती हैं। इनमें से कुछ बच्चों को मिलाकर एक बैंड ग्रुप बनाया गया है। थोड़े ही प्रशिक्षण के बाद ये बच्चे इतना अच्छा परफार्म करने लगे कि रोज शाम को आने-जानेवाले एकबारगी ठिठक जाते हैं। विगत रविवार को पोटका में हुई प्रतियोगिता में इन बच्चों की टीम दूसरे स्थान पर रही। उपलब्ध कराए गए संसाधनों व सुविधा में ही ये बच्चे समर्थ बैंड के जरिए काफी कुशल हो चुके हैं।

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छठी कक्षा की प्रतिमा हांसदा है टीम लीडर

करीब 30 बच्चों की बैंड टीम में अधिकतर लड़कियां हैं। बैंड टीम की लीडर प्रतिमा हांसदा इसी आवासीय विद्यालय में छठी कक्षा में पढ़ती है। उसकी तेज आवाज में दिए गए काशन पर टीम के सभी बच्चे अनुशासनबद्ध तरीके से अनुपालन करते हैं। छोटी हाइट के बावजूद ड्रम को गणेश पुरवान काफी सधे तरीके से बजाता है। बसंती, दुर्गा टोपनो, परवान पूर्ती सहित तमाम बच्चे इस टीम के हिस्सा हैं। सभी अनाथ हैं और यहीं उनकी दुनिया है। प्रार्थना, पढ़ाई, खेल सबकुछ।

न्यूमेन पॉल देते हैं प्रशिक्षण

इन बच्चों की बैंड टीम तैयार करने और उन्हें सिखाने में न्यूमेन पॉल का अहम योगदान है। वे शहर के कई अन्य स्कूलों में भी बैंड टीम को प्रशिक्षण देते हैं। हालांकि उनके सिखाने के बाद भी ये बच्चे जब समय मिलता है, बांसुरी, ड्रम आदि लेकर निकल पड़ते हैं और खुद ही प्रैक्टिस करते हैं। 

बच्चों की प्रतिभा को मंच की जरूरत : वार्डन

एग्रिको स्थित आरक्षी मध्य विद्यालय परिसर में संचालित आवासीय विद्यालय समर्थ की वार्डन बेनी इक्का कहती हैं कि इन बच्चों का बैंड में काफी मन लगता है। पिछले रविवार को पोटका में हुई प्रतियोगिता में भी इन्होंने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। जरूरत है तो इन्हें उचित मंच प्रदान करने की ताकि इनकी कला को व्यापक फलक मिल सके।


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