टाटा स्टील के टाटा ओपेन गोल्फ में एक करोड़ दांव पर
टाटा स्टील के बुधवार से शुरू टाटा ओपेन गोल्फ में एक करोड़ की इनामी राशि दांव पर होगी। सुबह प्रो-एएम मुकाबले शुरू हुए।
जमशेदपुर, जेएनएन। टाटा स्टील के टाटा ओपेन गोल्फ में एक करोड़ की इनामी राशि दांव पर होगी। बुधवार की सुबह प्रो-एएम मुकाबले शुरू हुए जिसमें प्रोफेशनल व एमेच्योर गोल्फर शिरकत कर रहे हैं। टूर्नामेंट में एशियन टूर विजेता खलीन जोशी, राशिद खान, चिक्करंगप्पा व चिराग कुमार जैसे धुरंधर गोल्फर शिरकत कर रहे हैं।
गत विजेता श्रीलंका के अनुरा रोहणा, मिठुन परेरा, एन थंगराजा व के प्रभागरन तथा ऑस्ट्रेलिया के कुणाल भसीन भी भाग लेंगे। स्थानीय सितारा करण टांक के अलावा नवतेज सिंह, आदित्य पंचमिया व अरमान पारिख भी ग्रींस पर अपनी प्रतिभा का चमक बिखेरेंगे।
गोलमुरी गोल्फ कोर्स में संजीव पॉल (उपाध्यक्ष, टाटा स्टील) ने बताया कि यह टूर्नामेंट का गोल्फ टूर सर्किट में महत्वपूर्ण स्थान है। अगले तीन दिन तक गोलमुरी गोल्फ कोर्स पर गोल्फ का जलवा देखने को मिलेगा। टूर्नामेंट में महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है, क्योंकि कोलकाता के बाद यह सीजन अंतिम टूर्नामेंट है। टूर्नामेंट में देश के कई जाने-माने गोल्फर ग्रीर्ंस पर गर्मी पैदा करने को तैयार हैं।
संजीव पॉल ने बताया कि कि 16 वषों के लंबे अंतराल में टाटा ओपेन गोल्फ पीजीटीआइ का महत्वपूर्ण टूर्नामेंट बन चुका है। गोल्फ कोर्स भी काफी मजबूत है और आने वाले दिनों में हम सभी को यहां चुनौतीपूर्ण गोल्फ देखने को मिलेगा। पत्रकार सम्मेलन में संजीव पॉल के अलावा पीजीटीआई (प्रोफेशनल गोल्फ टूर ऑफ इंडिया) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) उत्तम सिंह मुंडी भी मौजूद थे।
गोलमुरी गोल्फ कोर्स दूसरा सर्वश्रेष्ठ
उत्तम सिंह मुंडी ने गोलमुरी गोल्फ कोर्स की प्रशंसा करते हुए बताया कि रॉयल कोलकाता गोल्फ कोर्स के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ कोर्स है। गोल्फ को ओलंपिक में भी शामिल किया जा चुका है, ऐसे में इसका महत्व बढ़ चुका है। पीजीटीआइ के सीईओ उत्तम सिंह मंडी ने बताया कि यह अच्छी खबर है इस साल से भारत में होने वाले सभी टूर्नामेंट को विश्व रैंकिंग से जोड़ा जाएगा। इसका मतलब, जो भी विदेशी खिलाड़ी यहां खेलेंगे, उनके द्वारा किए गए प्रदर्शन की रैंकिंग वश्विस्तरीय होगी। ऐसे में विदेश से भी नामी-गिरामी गोल्फर जमशेदपुर में जलवा बिखेरते नजर आएंगे।
टाटा ओपन गोल्फ के अब तक के विजेताओं के नाम
-2002 : मुकेश कुमार (भारत)
-2003: एसएसपी चौरसिया (भारत)
-2004:अशोक कुमार (भारत)
-2005 :एसएसपी चौरसिया (भारत)
-2006 :एसएसपी चौरसिया
-2008 :मुकेश कुमार (भारत)
-2008 :शमीम खान (भारत)
-2009 : गुरकी शेरगिल (भारत)