Move to Jagran APP

जयश्री राम बोलने पर एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं के निष्कासन का मामला गरमाया, वाट्सएप ग्रुप हुआ एक्स-एनएसयूआइ

एनएसयूआइ जमशेदपुर का वाट्सएप ग्रुप रातो रात एक्स-एनएसयूआइ हो गया है। जमशेदपुर में जयश्री राम बोलने पर एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं के निष्कासन का मामला गरमा गया है। निष्कासित हुए सातों कार्यकर्ताओं पर अब अन्य दलों ने डेरा डालना शुरू कर दिया है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Tue, 15 Jun 2021 05:14 PM (IST)Updated: Tue, 15 Jun 2021 05:14 PM (IST)
एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं के निष्कासन का मामला गरमा गया है।

जमशेदपुर, जासं। जमशेदपुर में जयश्री राम बोलने पर एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं के निष्कासन का मामला गरमा गया है। एनएसयूआइ जमशेदपुर का वाट्सएप ग्रुप रातो रात एक्स-एनएसयूआइ हो गया है। सात कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष रोज तिर्की द्वारा निष्कासन की जानकारी मिलने के बाद प्रदेश स्तर के नेताओं के फोन निष्कासित कार्यकर्ताओं के नेतृत्वकर्ता कमल अग्रवाल के पास आने लगे हैं।

loksabha election banner

प्रदेश अध्यक्ष ने भी कमल अग्रवाल को फोन कर मामले की सारी जानकारी ली है। कमल अग्रवाल ने जिलाध्यक्ष द्वारा लगाए गए सारे आरोपों को निराधार बताते हुए सांगठनिक मोर्चे पर इसे हल करने की बात कही है। मालूम हो कि इंटरनेट मीडिया एवं एनएसयूआइ के आधिकारिक ग्रुप में जयश्री राम को बढ़ावा देने तथा जिलाध्यक्ष के खिलाफ गुटबाजी पैदा करने के आरोप में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रोज तिर्की ने सात कार्यकर्ताओं को तीन साल के लिए निष्कासित कर दिया है। निष्कासित कार्यकर्ताओं में जमशेदपुर के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष कमल अग्रवाल, राज महतो, राहुल गिरी, आनंद सिंह, लव कुमार, जयंतो प्रमाणिक के नाम शामिल हैं।

सातों कार्यकर्ताओं पर अन्य दलों ने डाला डोरा

निष्कासित हुए सातों कार्यकर्ताओं पर अब अन्य दलों ने डेरा डालना शुरू कर दिया है। मंगलवार की सुबह से ही इनके पास अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, झारखंड छात्र मोर्चा से जुड़े बड़े नेताओं के फोन आने लगे हैं। ये सारे कार्यकर्ता एनएसयूआइ के सक्रिय कार्यकर्ता हैं। शहर के कार्यक्रमों में इनकी सक्रिय भागीदारी रहती है। निष्कासित कार्यकर्ता फिलहाल संगठन से जुड़े रहकर ही सांगठनिक स्तर से ही मामले को हल करने करने की बात कह रहे हैं।

जिलाध्यक्ष राजनीतिक लोकप्रियता हासिल करना चाह रहे

निष्कासित कार्यकर्ताओं ने बयान जारी कर अपना पक्ष रखा है तथा इससे संबंधित पत्र एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष को भेजा है। पत्र में कार्यकर्ताओं ने बताया है कि धार्मिक स्वतंत्रता काे कोई भी संगठन नहीं छीन सकता। एनएसयूआइ में धार्मिक स्वतंत्रता की आजादी है तथा सभी धर्मों को एक नजर से ही देखा जाता है। वे लोग सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। निष्कासित कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिलाध्यक्ष रोज तिर्की राजनीतिक लोकप्रियता हासिल करने के लिए इस हथकंडे को अपनाया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि जिलाध्यक्ष ने जो भी आरोप लगाए हैं वे साबित करें, अन्यथा वे माफी मांगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.