अब माइक्रो सर्जरी से रीढ़ का इलाज हुआ आसान Jamshedpur News
स्पाइन का इलाज अब आसान हो गया है। पहले इसकी बड़ी सर्जरी करनी पड़ती थी लेकिन अब माइक्रो सर्जरी कर ठीक किया जाता सकता है।
जमशेदपुर (जागरण संवाददाता)। आपके हाथ या पैर में दर्द, सुन्न होना या सुई की चुभन जैसे लक्षण इस बात का संकेत हो सकते हैैं कि रीढ़ (स्पाइन) में कोई गंभीर समस्या है। ऐसी स्थिति में किसी न्यूरो रोग विशेषज्ञ से दिखाना चाहिए। न की अपने मन से दवा खरीद कर खानी चाहिए।
उक्त बातें शनिवार को अपोलो हॉस्पिटल के डॉ. विनोद कुमार सिंघानिया ने कहीं। मौका था झारखंड न्यूरो साइंस सोसाइटी की ओर से नेशनल हाइवे-33 स्थित होटल वेब इंटरनेशनल में आयोजित तीन दिवसीय वार्षिक कांफ्रेंस के दूसरे दिन का। डॉ. विनोद कुमार सिंघानिया ने कहा कि उम्र के साथ बीमारियां लोगों को घेरने लगती है। इसमें स्पाइन की समस्या सामान्य है। 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 60 फीसद व 80 साल के लोगों में लगभग 80 फीसद लोगों को स्पाइन की बीमारी हो जाती है।
स्पाइन का इलाज अब आसान हो गया है। पहले इसकी बड़ी सर्जरी करनी पड़ती थी लेकिन अब माइक्रो सर्जरी कर ठीक किया जाता सकता है। इससे मरीजों को एक या दो दिन ही अस्पताल में रहना पड़ता है। उसके बाद उसकी छुट्टïी हो जाती है। डॉ. विनोद कुमार सिंघानिया ने कहा कि माइक्रो सर्जरी गर्दन, कमर और रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्याओं जैसे स्लिप डिस्क और स्लिप वर्टिब्रा में भी कारगार है। माइक्रो सर्जरी के अंतर्गत न्यूरो स्पाइन सर्जन त्वचा में एक छोटा चीरा लगाकर रीढ़ तक पहुंचने के लिए विशेष उपकरणों का उपयोग करते हैैं। दूसरे दिन कुल 20 डॉक्टरों ने अलग-अलग विषयों पर व्याख्यान दिया।
वहीं शाम में जनरल बॉडी मीटिंग के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आयोजक समिति के सचिव डॉ. एमएन सिंह, आयोजक समिति के चेयरमैन डॉ. एस रावल, डॉ. फते बहादुर सिंह, डॉ. विजय अग्रवाल, डॉ. फिरोज अहमद, डॉ. बीएस दास, डॉ. बीके सिंह, डॉ. इंद्रजीत राय, डॉ. यूके मिश्रा, डॉ. टीके बनर्जी, डॉ. शुभोजित बनर्जी सहित अन्य डॉक्टर उपस्थित थे।