बढ़ेगा रोमांच: अब दलमा में जीप व रोप वाक का भी लीजिए मजा
दलमा में अब हाथी की सवारी कर सकेंगे पर्यटक, इको टूरिज्म पर तीन करोड़ रुपये खर्च करने का है प्रस्ताव, झरनों को किया जाएगा विकसित
जमशेदपुर, [मनोज सिंह] । दलमा में पयर्टकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वन विभाग ने रोप वाक व जीप वाक का निर्माण कराने का निर्णय लिया है। इसके अलावा पर्यटकों और भी कई सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इसके तहत प्रथम चरण में तीन करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके लिए वन विभाग द्वारा बनाए गए प्लान को स्वीकृति मिल चुकी है।
सोमवार को दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में झारखंड के प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्यप्राणी, लाल रत्नाकर सिंह, मुख्य वन संरक्षक, वन्यप्राणी, झारखंड आनंद मोहन शर्मा ने बताया कि तीन माह के अंदर पूरा दलमा बदला-बदला नजर आने लगेगा। प्रथम चरण में रोप वॉक, जीप वॉक, हाथी की सवारी, नेचर ट्रेल का निर्माण कराया जाएगा। जिसमें पेड़ की उंचाई तक रस्सी पर चढ़कर लोग वॉकिंग करेंगे और जंगल का आनंद उठा सकेंगे। पीसीसीएफ ने दलमा के डीएफओ वी भास्करण को जल्द से जल्द काम शुरू करने का निर्देश दिया है।
दलमा पर विशेषता : दलमा पर्वत श्रृंखला अपने अंदर अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही जीव जंतुओं को समेटे हुए है। समुद्र तल से 984 मीटर की उंचाई वाले इस पर्वत का विस्तार 193.22 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में है। इसमें कई छोटे-छोटे झरने व गुफाएं भी हैं। जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
एक माह के अंदर पर्यटक कर सकेंगे हाथी सवारी : दलमा वन्यप्राणी आश्रयणी के मकुलाकोचा में दो पालतू हाथी हैं। जिस पर सरकार के काफी रुपये खर्च होते हैं। इनकी देखभाल के लिए दो महावत भी हैं। वन विभाग की योजना के अनुसार एक माह के भीतर पर्यटकों इन दोनों पर सवारी का आनंद उठा सकेंगे।
नेचर टेल का होगा निर्माण : पर्यटकों में रोमांच भरने के लिए दलमा वन्य आश्रयणी में कई प्रकार के निर्माण कार्य कराए जाएंगे। इसके तहत मकुलाकोचा में नेचर ट्रेल का निर्माण कराया जाएगा। इसमें बच्चे, बूढ़े व जवान अपने ढंग से प्रकृति का आनंद उठा सकेंगे। नेचर ट्रेल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। खासकर बच्चों को इससे काफी कुछ सीखने को मिलेगी। नेचर ट्रेल में दलमा की भौगोलिक जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।कुछ इस तरह होगा दलमा में बनने वाला रोप वाक ’ फाइल फोटो
बढ़ रहीे पर्यटकों की संख्या
वर्ष पर्यटकों की संख्या 2011 -12 9051 पर्यटक
2012 -13 23552 पर्यटक
2013 -14 22312 पर्यटक
2014 -15 25290 पर्यटक
2015 -16 28865 पर्यटक
2016 -17 34952 पर्यटक
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