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अब 24 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ही सेट होगा एसी Jamshedpur News

अब गर्मी के दिनों में ठिठुरना चाहेंगे तो ठिठुरने नहीं देगा एसी पर्यावरण संरक्षण व बिजली की खपत घटाने को उठाया गया कदम।

By Vikas SrivastavaEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 01:39 PM (IST)Updated: Tue, 14 Jan 2020 09:12 AM (IST)
अब 24 डिग्री सेल्सियस तापमान पर ही सेट होगा एसी Jamshedpur News

जमशेदपुर (विश्वजीत भट्ट)। यदि आप गर्मी के दिनों में अपने एयरकंडीशनर (एसी) से ठिठुरने वाली ठंड पाना चाहते हैं तो यह खबर आपको मायूस करेगी। बीते एक जनवरी से ही सरकार ने नया नियम लागू कर दिया है। जिसके तहत अब जो नया एसी बनेगा, उसमें न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस सेट होगा।

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इससे कम तापमान पर उसे नहीं चलाया जा सकेगा। सरकार ने यह कदम बिजली की बचत और पर्यावरण संरक्षण के लिए उठाया है। लिहाजा, आप इस साल गर्मी में जब किसी भी कंपनी का नया एसी खरीदेंगे तो उसमें डिफॉल्ट तापमान 24 डिग्री सेल्सियस पर सेट रहेगा। ऊर्जा मंत्रलय की अधिसूचना के मुताबिक नए साल में नई सेटिंग के साथ ही एसी का निर्माण होगा।

सभी ब्रांड के स्टार रेटिंग वाले एसी के लिए अधिसूचना जारी की गई हैं। बिजली बचत के नियम तय करने वाली एजेंसी ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) ने सरकार के साथ मिलकर रूम एसी के लिए एनर्जी परफॉरमेंस स्टैंडर्ड तय किया है। जिसके मुताबिक सभी ब्रांड्स और सभी प्रकार के स्टार रेटिंग वाले रूम एसी में 24 डिग्री सेल्सियस तापमान डिफॉल्ट सेटिंग के तौर पर रहेगा। इसमें एक से पांच स्टार वाले विंडो के साथ स्प्लिट एसी भी शामिल हैं। बीईई ने एसी के लिए 2006 में स्टार लेबलिंग प्रोग्राम लांच किया था।

जिसे 12 जनवरी 2009 में लागू किया गया था। इसके बाद 2015 में एसी के इनवर्टर के लिए स्टार लेबल शुरू किए गए। यह जनवरी 2018 में लागू हुआ। स्टार लेबलिंग शुरू होने से 2017-18 में ही चार से छह अरब यूनिट बिजली की बचत हुई। साथ ही तीन से आठ करोड़ टन कार्बन उत्सर्जन कम करने में मदद मिली। इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2050 तक दुनिया में एसी की सबसे ज्यादा मांग भारत से होगी। रिपोर्ट के मुताबिक एसी की खरीद में 42 से 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होगी। एसी को अगर 24-25 डिग्री तापमान पर चलाया जाता है, तो उससे बिजली बिल में अच्छी-खासी बचत हो सकती है। एक डिग्री तापमान बढ़ाने से कुल बिजली खपत में छह फीसद कमी आती है।

बचेगी बिजली, कम होगा कार्बन उत्सर्जन

24-25 डिग्री सेल्सियस पर एसी का उपयोग करने से कम बिजली खपत के साथ ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन में कमी आएगी। एसी को 20 डिग्री के बजाय 24 डिग्री पर चलाया जाए तो इससे करीब 24 फीसद बिजली की बचत होगी। कुल मिलाकर देश करीब 23 अरब यूनिट बिजली की बचत कर सकता है।

कमरे का तापमान कम रखने के लिए कंप्रेशर को ज्यादा समय तक काम करना पड़ता है। 18 डिग्री के बजाय 24 डिग्री करने पर पर सेट करने से कंप्रेशर कम चलेगा और कार्बन उत्सर्जन कम होगा। बिजली की बचत होगी। 24 डिग्री तापमान मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए भी ठीक है, क्योंकि शरीर का तापमान भी 36-37 डिग्री सेल्सियस के आस-पास ही रहता है। डॉ. केके शर्मा, पर्यावरणविद

जमशेदपुर में हर साल होती है 700 से 800 एसी की बिक्री

कल-कारखानों की अधिकता के कारण झारखंड के सबसे गर्म शहरों में शुमार जमशेदपुर में हर साल 700 से 800 एसी की बिक्री होती है। इससे प्रति वर्ष बिजली की खपत 15 से 20 प्रतिशत बढ़ रही है। सागर इलेक्ट्रॉनिक्स साकची के मालिक व पैनासोनिक कंपनी के डिस्ट्रीब्यूटर नवनीत कहते हैं कि 2019 की गर्मियों में केवल उनके डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर से 120 एसी की सप्लाई हुई। शहर में एलजी, वोल्टास, सैमसंग सहित तमाम कंपनियों के एसी के 40 से 45 डीलर हैं। गर्मी के दिनों में कोई भी डीलर 50 से 60 एसी से कम नहीं बेचता।


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