कुख्यात ड्रग पेडलर डॉली परवीन को जेल, ब्राउन शुगर के कारोबार पर लगा ब्रेक
डॉली के विरुद्ध आदित्यपुर थाने में छह कांड प्रतिवेदित है और वह फरार चल रही थी। कोल्हान के तीनों जिले की पुलिस को उसकी तालाश थी और उसकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाकर रखा था।
सरायकेला( जमशेदपुर) जासं। सरायकेला-खरसावां जिला पुलिस को अवैध रुप से चलाए जा रहे मामले में एक बड़ी सफलता मिली और पूरे कोलल्हान सहित अन्य जिले व राज्य में चलाए जा रहे ब्राउन शूगर कारोबार की सjगना एवं (नारकोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रोसब्सटेंस एक्ट) एनडीपीएस एक्ट के कई कांडों में वांछित आदित्यपुर की डॉली परवीन को पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर उसके घर से गिरफ्तार कर जेल भेजा। डॉली के विरुद्ध आदित्यपुर थाने में छह कांड प्रतिवेदित है और वह फरार चल रही थी। कोल्हान के तीनों जिले की पुलिस को उसकी तालाश थी और उसकी गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाकर रखा था।
जिसमें आदित्यपुर पुलिस के जाल में डॉली फंस गई। पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अर्शी ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेसवर्ता आयोजित का पत्रकारें को जानकारी देते हुए बताया कि 19 जुलाई रविवार को गुप्त गुप्त सूचना मिली कि कई कांडासें में वांछित फिरार आराधकर्मी डॉली परवीन 35 वर्ष आदित्यपुर थानांतर्गत एच रोड मुस्लिम बस्ती स्थित अपने घर पर है। गुप्त सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कार्रवाई के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया। जिसमें महिला पुलिस एवं अन्य पुलिस अधिकारी को शामिल किया गया। एसपी ने बताया कि टीम में शामिल सभी पुलिसकर्मी सादे लिबास में बस्ती के दूसरे रास्ते से डॉली परवीन का घर के अंदर गए। अचानक सादे लिबास में पुलिस कर्मी को देखते ही डॉली भागने लगी परंतु छापेमारी टीम में शामिल महिला पुलिस ने उसे तुरंत पकड़ लिया और डॉली को विधिवत गिरफ्तार कर आदित्यपुर थाना लाया गया।
एसपी ने बताया कि पूछताछ करने पर डॉली परवीन ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पूर्व में दर्ज कई कांडों में अपनी संलिप्ता स्वीकार की और अन्य लोगों की संलिप्तता की बात बताई है। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वर्तमान में कांड अनुसंधान अंतर्गत है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। इस मौके पर सहायक पुलिस अधीक्षक सह सरायकेला अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राकेश रंजन एवं आदित्यपुर थाना प्रभारी सुष्मा कुमारी उपस्थित थी।
डॉली परवीन का अपराधिक इतिहास:-
आदित्यपुर थाना में डॉली परवीन के विरुद्ध नौ अपराधिक कांड प्रतिवेदित है। जिसमें सात मामले (नारकोटिक्स ड्रग्स साइकोट्रोसब्सटेंस एक्ट) एनडीपीएस एक्ट से संबंधित है।
1. 19 मार्च 2017 को एनडीपीएस एक्ट एवं जेजे एकट का मामला।
2. 21 मार्च 2017 को मारपीट व जानलेवा हमला करने का मामला।
3. 2 जून 2016 को एनडीपीए एक्ट का मामला।
4. 5 जुलाई 2019 को सरकारी काम में बाधा डालते हुए गाली-ग्लौज करना।
5. 11 जुलाई 2019 को एनडीपीएस एक्ट का मामला।
6. 20 जुलाई 2019 को एनडीपीएस एकट का मामला।
7. 17 जनवरी 2020 को एनडीपीएस एक्ट का मामला।
8. 19 फरवरी 2020 को एनडीपीएस एक्ट का मामला।
9. 4 जुलाई 2020 एनडीपीएस एकट का मामला।
छापेमारी दाल में शामिल पुलिस पदाधिकारी:-
1. सुषमा कुमारी, थाना प्रभारी आदित्यपुर।
2. परि पुअनि बरखा कुमारी।
3. परि पुअनि विजय कुमार।
4. सनि नारायण प्रसाद साह एवं पुलिस बल।
अंतरराज्यीय नेटवर्क था डॉली का
डॉली का अंतरराज्यीय नेटवर्क है। पंजाब और हरियाणा से वह ब्राउन शुगर मंगा कर करती थी कारोबार। आपको बता दें कि न केवल सरायकेला-खरसावां जिला बल्कि पड़ोसी जिला जमशेदपुर और चाईबासा बंगाल तक डॉली के काले ड्रक्स कारोबार का नेटवर्क फैला हुआ था। बीते तीन-चार सालों से डॉली पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। ब्राउन शुगर के काले साम्राज्य की किंगपिन डॉली को तीनों जिलों की पुलिस तलाश रही थी। आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती से डॉली इस धंधे का संचालन कर रही थी। ब्राउन शुगर की लत की शिकार युवा पीढ़ी हो रही थी। आए दिन ब्राउन शुगर का सेवन करने वाले युवक लूटपाट और छिनतई की घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। हर बार पुलिस किंगपिन डॉली को पकड़ने के लिए जाल बिछाती थी, लेकिन डॉली पुलिस के लिए अबूझ पहेली बन चुकी थी।
पूर्व में भी डॉली की गिरफ्तारी का हो चुका है विरोध
इससे पहले भी सरायकेला जिला की आदित्यपुर पुलिस की तरफ से मुस्लिम बस्ती से संचालित ब्राउन शुगर कारोबार के विरुद्ध अभियान चलाए जाने के दौरान डॉली परवीन को गिरफ्तार करने की लगातार कोशिशें की जा रही थी, लेकिन बस्ती के लोगों ने ड्रग पेडलर डॉली को लगातार बचाने की कोशिश की। नतीजतन पुलिस चाह कर भी इसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी। इधर 19 जुलाई को आदित्यपुर थाना प्रभारी सुषमा कुमारी को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि डॉली एक बार फिर मुस्लिम बस्ती में शरण लिए हुए हैं, जिसके बाद पुलिस ने जाल बिछाते हुए इसे शिकंजे में ले लिया।