Jharkhand : जमशेदपुर में कोरोना ही नहीं, डेंगू का भी सता रहा डर Jamshedpur News
Dengue. जुस्को ने कंपनी जमशेदपुर के कमांड क्षेत्र में 25 हजार घरों की जांच की। 17 जून तक शहर में 1453 घरों से डेंगू के लार्वा मिले ।
जमशेदपुर, जासं। कोरोना का दंश अभी खत्म नहीं हुआ है कि अब डेंगू भी जमशेदपुर वासियों को डराने लगा है। टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज (पूर्व में जुस्को) ने 22 हजार 453 घरों में जांच की तो आंकड़े चौंकाने वाले मिले। 1453 घरों में डेंगू के लार्वा मिले हैं जो सभी के लिए खतरे की घंटी है। क्योंकि कोरोना के कारण कोई भी मरीज अस्पताल जाने से बच रहा है। दो वर्ष पहले डेंगू के मच्छर महामारी की तरह शहर में फैल गए थे। बड़ी संख्या में मरीज मिले थे।
जमशेदपुर के कंपनी कमांड क्षेत्र में जुस्को ही मूलभूत सुविधाएं देती है। मानसून से पहले जुस्को कंपनी इलाकों में घर-घर जाकर डेंगू के लार्वा की जांच करती है। 23 मार्च से लॉकडाउन के बाद जुस्को ने कुछ दिनों के लिए यह सुविधा बंद कर दी थी। लेकिन डेंगू के प्रकोप को देखते हुए कंपनी की ओर से दो मई से इसे फिर से शुरू किया गया। ऐसे में कंपनी के कई बंद क्वार्टर की पानी की टंकियों में डेंगू के लार्वा मिले हैं। दो साल पहले बंद क्वार्टर में डेंगू के मच्छर पनपने से 500 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए थे। स्थिति ऐसी थी कि मरीजों को टाटा मेन हॉस्पिटल में बेड तक नहीं मिल रहे थे। 50 हजार से कम प्लेटलेट्स होने पर ही मरीजों को भर्ती लिया जाता था। नहीं तो उन्हें दवा देकर घर पर आराम करने की सलाह दी जाती थी। कोरोना काल में यदि फिर से यह स्थिति बनी तो यह भयावाह बनते देर नहीं लगेगी।
कंपनी छह जोन में बांटकर करती है जांच
जुस्को कंपनी कमांड क्षेत्र को छह जोन में बांट कर जांच करती है। इसके लिए रामदास भट्टा, नार्दन टाउन, सेंट्रल हेल्थ, काशीडीह, बर्मामाइंस, बारीडीह डिपो क्षेत्र में घरों की जांच की गई। जहां 1453 घरों से डेंगू के लार्वा मिले। जुस्को ने तत्काल दवा छिड़कर इसे नष्ट कर दिया है।
ये कहतीं जुस्को प्रवक्ता
जुस्को अपनी ओर से घर-घर जाकर डेंगू के लार्वा की जांच करती है। जहां लार्वा मिलते हैं उसे नष्ट भी करती है। साथ ही शहरवासियों से भी अपील है कि वे दस मिनट अपना समय देकर घरों के आसपास खुद जांच कर लें। इससे आप अपने और अपने परिवार को डेंगू के मच्छर से बचा सकते हैं।
-सुकन्या दास, प्रवक्ता, जुस्को