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हैंडहेल्ड से बिजली बिल जमा करने की योजना धराशायी

ऊर्जा मित्रों के जरिए शहर में उपभोक्ताओं से बिजली का बिल जमा करने की झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) की योजना धराशायी हो गई है। महीनेभर से ज्यादातर ऊर्जा मित्र हैंडहेल्ड मशीनों के जरिए घर-घर जाकर बिल जमा नहीं कर रहे हैं। कई ऊर्जा मित्रों को ये काम करने से इसलिए भी रोक दिया गया है कि अब तक ये साफ नहीं है कि ये लोग उपभोक्ताओं से कितना बिल लेकर नकद अपने पास रख सकते हैं।

By JagranEdited By: Published: Fri, 16 Nov 2018 07:38 PM (IST)Updated: Fri, 16 Nov 2018 07:38 PM (IST)
हैंडहेल्ड से बिजली बिल जमा करने की योजना धराशायी
हैंडहेल्ड से बिजली बिल जमा करने की योजना धराशायी

मुजतबा हैदर रिजवी, जमशेदपुर : ऊर्जा मित्रों के जरिए शहर में उपभोक्ताओं से बिजली का बिल जमा करने की झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) की योजना धराशायी हो गई है। महीनेभर से ज्यादातर ऊर्जा मित्र हैंडहेल्ड मशीनों के जरिए घर-घर जाकर बिल जमा नहीं कर रहे हैं। कई ऊर्जा मित्रों को ये काम करने से इसलिए भी रोक दिया गया है कि अब तक ये साफ नहीं है कि ये लोग उपभोक्ताओं से कितना बिल लेकर नकद अपने पास रख सकते हैं।

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शहर में बिजली का बिल जमा करना बड़ा संकट है। जेबीवीएनएल ने इसका तोड़ ये निकाला था कि ऊर्जा मित्रों को बैंकों की हैंडहेल्ड मशीनें दे दी जाएं। इस तरह जमशेदपुर में 115 ऊर्जा मित्रों को ये मशीनें दी गई। इन मशीनों में उपभोक्ता का नंबर डालने से उसका बिल स्क्रीन पर सामने आ जाता है और ऊर्जा मित्र उतनी रकम लेकर रसीद काट देते हैं। इन मशीनों के जरिए लोगों को एटीएम कार्ड से भी पैसा जमा कर सकते हैं। जब ये ऊर्जा मित्र इन मशीनों को लेकर उपभोक्ताओं के पास गए तो पता चला कि इनके जरिए बिजली का बिल जमा करना बड़ा दुश्वार काम है। जेबीवीएनएल ये तय नहीं कर पाया है कि ऊर्जा मित्र बिजली के बिल की कितनी रकम वसूल कर अपने पास रख सकते हैं। ये सीमा तय होने तक फिलहाल योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है।

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ऑनलाइन भुगतान में भी आ रही दिक्कत

जेबीवीएनएल की ऑनलाइन बिल जमा करने की साइट अक्सर डाउन रहती है। इस वजह से उपभोक्ताओं को बिजली का बिल जमा करने में काफी दिक्कत होती है। बिजली केंद्रों पर लंबी लाइन रहती है।

लोगों का आ रहा तीन गुना बिल

इन दिनों जेबीवीएनएल की मीटर रीडिंग की व्यवस्था पटरी से उतरी हुई है। कई उपभोक्ताओं को नियमित बिल नहीं मिल रहा है तो कइयों को उनके उपभोग का चार से पांच गुना बिल आ रहा है। मानगो के आजाद बस्ती के मो. अनवर तीन महीने से मुंबई में थे। उनका फ्लैट बंद था। उनका भी तीन महीने का 15 हजार रुपये का बिजली का बिल आ गया है।


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