तितली की मार से नहीं उबरा एनएच मरम्मत का काम
रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 पर चांडिल से जमशेदपुर के डिमना चौक तक सड़क की मरम्मत का काम अभी तितली चक्रवात की मार से उबर नहीं पाया है। इस इलाके में चांडिल के पास से कांदरबेड़ा तक 12 अक्टूबर को सड़क की मरम्मत हुई। लेकिन, इसके बाद तितली के चलते हो रही बरसात ने काम रोक दिया। यह काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। एनएच 33 की मरम्मत नहीं होने से इस पर बने जानलेवा गड्ढे बदस्तूर लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : रांची-टाटा राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 33 पर चांडिल से जमशेदपुर के डिमना चौक तक सड़क की मरम्मत का काम अभी तितली चक्रवात की मार से उबर नहीं पाया है। इस इलाके में चांडिल के पास से कांदरबेड़ा तक 12 अक्टूबर को सड़क की मरम्मत हुई। लेकिन, इसके बाद तितली के चलते हो रही बरसात ने काम रोक दिया। यह काम अब तक शुरू नहीं हो पाया है। एनएच 33 की मरम्मत नहीं होने से इस पर बने जानलेवा गड्ढे बदस्तूर लोगों की जान के दुश्मन बने हुए हैं।
इस साल एनएच 33 की हालत बेहद खस्ता हो गई है। सड़क की सबसे खराब हालत जमशेदपुर में पारडीह कालीमंदिर से डिमना चौक तक है। लगभग तीन किलोमीटर लंबे इस खंड में 250 के आसपास गड्ढे हैं। इन गड्ढों में उलझ कर लोगों की जान जा रही है। चांडिल से पारडीह कालीमंदिर के बीच भी यहां वहां खतरनाक गहरे गड्ढे लोगों की जान ले रहे हैं। इन गढ्डों को भरने और सड़क मरम्मत का टेंडर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने जयमाता दी कंस्ट्रक्शन को 25 सितंबर को दिया था। 26 सितंबर को एनएचएआइ से करार के बाद कंपनी ने 27 सितंबर से मरम्मत का काम शुरू करने का दावा किया था। कंपनी ने रांची के पास रामपुर के करीब कुछ दिन मरम्मत का काम किया। इसके बाद 12 अक्टूबर को चांडिल के आगे कांदरबेड़ा के आसपास मरम्मत का काम हुआ। लेकिन, इसके अलावा कहीं कंपनी का काम नजर नहीं आ रहा है। 12 अक्टूबर के बाद मरम्मत का काम करने वाले कंपनी के वाहन एनएच पर चांडिल से जमशेदपुर के बीच कहीं नजर नहीं आए।
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कंपनी द्वारा मरम्मत में लापरवाही नहीं बरतने दी जाएगी। मंगलवार से जमशेदपुर के पास मरम्मत का काम शुरू करने का निर्देश कंपनी को दिया गया है।
-विजय श्रीवास्तव, परियोजना निदेशक एनएचएआइ