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सहयोग एवं संपर्क कार्यक्रम शुरू, प्रधानमंत्री ने बढ़ाया छोटे उद्यमियों का हौसला

लघु, सूक्ष्म एवं मझोले उद्योगों के उत्थान के लिए सहयोग एवं संपर्क शुरू।

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Nov 2018 08:00 AM (IST)Updated: Sat, 03 Nov 2018 08:00 AM (IST)
सहयोग एवं संपर्क कार्यक्रम शुरू, प्रधानमंत्री ने बढ़ाया छोटे उद्यमियों का हौसला
सहयोग एवं संपर्क कार्यक्रम शुरू, प्रधानमंत्री ने बढ़ाया छोटे उद्यमियों का हौसला

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : लघु, सूक्ष्म एवं मझोले उद्योगों के उत्थान के लिए सहयोग एवं संपर्क (सपोर्ट एंड आउटरीच) कार्यक्रम का शुक्रवार को बिष्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में आगाज हुआ। इसके लिए देश भर में एक 100 क्लस्टर का चयन किया गया है, इनमें से जमशेदपुर भी एक है। कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में सहयोग एवं संपर्क कार्यक्रम की संपूर्ण जानकारी दी और छोटे उद्यमियों का हौसला बढ़ाया। यह कार्यक्रम लघु, मध्यम एवं मझोले उद्योगों को क्रेडिट एक्सेस एवं बाजार सुविधा मुहैया कराने के लिए तथा इन उद्योगों में जो लोग रोजगार कर रहे हैं, उनको विभिन्न सोशल सिक्योरिटी स्कीम्स का लाभ देने के लिए आयोजित किया जा रहा है।

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संकल्प लें इस योजना को सेल नहीं बनाएंगे अधिकारी : सीपी

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे झारखंड सरकार के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि सबसे पहले अधिकारियों को यह संकल्प लेना होगा कि इस योजना को सेल नहीं बनाएंगे। बाजारों में देखा जाता है कि कंपनियां सेल लगाती हैं। आकर्षक घोषणाएं करती हैं। खरीदने जाइए तो कटा-फटा माल मिलता है। जो पसंद आ जाता है तो कहा जाता है कि इस पर तो मात्र 10 प्रतिशत छूट है। इसी तरह सरकार की नीति बनाती है। धरातल पर जाइए तो कुछ और खेल सामने आता है। लघु, मध्यम एवं मझोले उद्योगों से ही देश का कायाकल्प हो सकता है। जब प्रधानमंत्री इसके लिए प्रयास कर रहे हैं तो अधिकारियों की भी जिम्मेदारी है इसे धरातल पर हूबहू उतारें। भाषण से काम नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि यदि 59 मिनट में लोन स्वीकृत करने का लक्ष्य रखा गया है तो अधिकारी इसे 50 मिनट में ही करने की ठानेंगे, तभी सपना साकार होगा। निजी बैंकों के आ जाने से सरकारी बैंकों में बहुत कुछ सुधरा है। लेकिन, अभी बैंक अधिकारी बड़े उद्यमियों के सामने हाथ जोड़कर खड़े हो जाते हैं, छोटे उद्यमियों को कोई पूछने वाला नहीं होता। अब छोटे उद्यमियों को भी ग्राहक देवता के समान देखना होगा। अधिकारियों को एक काम और करना होगा, वो यह कि मौके पर जाकर देखना होगा कि छोटे उद्योग क्यों बंद हो रहे हैं। उन्हें फिर से शुरू करने में सरकार और बैंकों की क्या भूमिका है। अधिकारियों को यह भूमिका ईमानदारी से निभानी होगी। जब चीन ऐसे सपने साकार कर सकता है तो हम क्यों नहीं।

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बड़ी संख्या में उद्यमी हुए शरीक

कार्यक्रम दोपहर लगभग दो बजे शुरू हुआ। इसमें बड़ी संख्या में लघु उद्यमी भाग शरीक हुए। 15 स्टॉल भी लगाए गए थे। इनमें ऑटो कंपोनेंट के पांच स्टॉल और विभिन्न बैंकों के 10 स्टॉल थे। सरकार की तरफ से एमएसएमई के उत्थान के लिए जो कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, उनकी प्रदर्शनी भी लगाई गई थी।

दी गई सुविधाओं की जानकारी

कार्यक्रम की शुरुआत में विभिन्न वीडियो एवं प्रेजेंटेशन के माध्यम से उद्यमियों को दी जाने वाली सुविधाएं और उनसे संबंधित जो नीतिया हैं, उसके बारे में विस्तार से बताया गया।

पांच लघु उद्यमियों को दिए गए चेक

कार्यक्रम में तहत वैसे पांच उद्यमियों जिनका लोन स्वीकृत हो गया था उन्हें प्रतीकात्मक रूप से चेक उपलब्ध कराया गया।

चलेगा सौ दिवसीय सघन अभियान

सहयोग एवं संपर्क कार्यक्रम मुख्य रूप से ग्राम स्वराज अभियान की तर्ज आगामी 100 दिनों तक चलेगा।

ये अतिथि हुए शरीक

नगर विकास मंत्री सीपी सिंह, सासद विद्युत वरण महतो, जमशेदपुर के लिए भारत सरकार की ओर से नियुक्त नोडल अधिकारी उर्वरक मंत्रालय में अपर सचिव अलका तिवारी, उपायुक्त अमित कुमार, बैंक की तरफ से बैंक ऑफ इंडिया के जनरल मैनेजर आरएस चौहान आदि मौजूद थे।


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