आका हैं मेरे महबूब-ए-खुदा सुबहानअल्लाह
धतकीडीह के मदरसा फैजुल उलूम में सोमवार की रात ऑल इंडिया नातिया मुशायरा की धूम रही।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : धतकीडीह के मदरसा फैजुल उलूम में सोमवार की रात ऑल इंडिया नातिया मुशायरे की धूम रही। शायरों ने अपनी नातों से सामईन को झूमने पर मजबूर कर दिया। नात के हर मिसरे पर नारे रिसालत और नारे तकबीर की गूंज रात के सन्नाटे में दूर तक सुनाई दे रही थी। ये ऑल इंडिया मुशायरा मदरसा फैजुल उलूम के संस्थापक अल्लामा अरशदुल कादरी के उर्स के मौके पर हुआ। नातिया मुशायरे की शुरुआत एशा की नमाज के बाद कुरआन करीम की तिलावत के बाद हुई। मुशायरे में नसीम सहर गयावी ने पढ़ा- जिंदा रहने को जैसे रूह का राब्ता जरूरी है। बंदगी की कुबूलियत के लिए इश्क-ए-खैरुल वरा जरूरी है। महबूब हाशमी, एजाजुर रब अरशी, हलीम हाजिक, दिलबर शाही, मुबारक हुसैन मुबारक, हबीबउल्लाह फैजी, जफर अकील, नदीम रजा फैजी, कोयल लखनवी, इलयास फैजी, हसन रजा अतहर, तबीब आलम तबीब, हसमत रजा साहिल, मुजाहिद हुसैन मुजाहिद, लियाकत मेहदी और फरहत मधूपुरी आदि शायरों ने भी अपने कलाम सुनाए। सुन्नत पर अमल करती रहें महिलाएं : हाजी मो. मुख्तार ने बताया कि रात नौ बजे शुरू होने वाले सुबह नौ बजे से 12 बजे तक धतकीडीह सेंटर मैदान में महिलाओं की इस्लाह कांफ्रेंस हुई। इस कांफ्रेंस में आलिमा ने महिलाओं से कहा कि वो रसूल ए अकरम की सुन्नत पर अमल करती रहें। अल्लामा का कुल शरीफ आज : हाजी मो. मुख्तार ने बताया कि मंगलवार की सुबह साढ़े चार बजे कुल शरीफ होगा। शाम को चादरपोशी होगी। इसी दिन रात को छात्रों को दस्तार बांधी जाएगी। 11 छात्रों को फजीलत, आठ को हिफ्ज और 32 किरात के छात्रों की दस्तारबंदी होगी। मुंबई के रजा अकाडमी के सईद नूरी को कायदे अहले सुन्नत अवार्ड और छह मानिंद लोगों को लाइफ टाइम अवार्ड मिलेगा।