New initiative by Tata Group : तमिलनाडु के टाटा इलेक्ट्रानिक्स में काम करेगी चाईबासा की 150 से अधिक आदिवासी युवतियां
चाईबासा के 150 इंटर पास युवतियाें को तमिलनाडु के होसुर स्थित टाटा इलेक्ट्रानिक्स में प्रशिक्षण मिलेगा। इसके बाद इन्हें नौकरी मिल जाएगी। केंद्रीय जनजाति कार्य मंत्रालय की पहल पर टाटा ग्रुप शिक्षित आदिवासी युवतियों को नौकरी प्रदान कर रहा है।
चाईबासा: आदिवासी युवतियों को निजी कंपनियों में नौकरी दिलवाने के प्रयास में केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय लग गया है। इसके लिए काफी दिनों से प्रयास किए जा रहे हैं। इस प्रयास को अब अमलीजामा पहनाया जा रहा है। इसका लाभ चाईबासा की 150 इंटर पास युवतियों को मिलेगा। जनजातीय मामले के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के प्रयास से टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स होसुर (तमिलनाडु) के लिए में 150 से अधिक चाईबासा जिले के युवतियों को नौकरी मिलेगा। इसके लिए केंद्रीय जनजातीय मंत्रालय का टाटा इलेक्ट्रानिक्स के साथ समझौता हुआ। इस समझौते के तहत मगंलवार सुबह युवतियों के परिजनों संग हरी झंडी दिखाकर बस को रांची के लिए रवाना किया। जनजातीय कार्य मंत्रालय की पहल पर टाटा समूह की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए खूंटी, तमाड़, सिमडेगा, सराईकेला खरसावां व पश्चिम सिंहभूम जिले की इंटर पास युवतियों का नौकरी के लिए चयन हुआ है। इन युवतियों का प्रशिक्षण होसुर (तमिलनाडू) में होगा। चयनित युवतियों का पहला जत्था हटिया रेलवे स्टेशन से विशेष ट्रेन से होसुर के लिए रवाना होगी।
शिक्षित आदिवासी युवतियों को रोजगार का मंच प्रदान कर रही टाटा
आदिवासी शिक्षित युवतियों को रोजगार का मंच प्रदान करने की दिशा में टाटा ग्रुप ने कदम बढ़ा दिया है। उन्हें भी टाटा ग्रुप के साथ जोड़ने का मौका दिया जा रहा है। इसके लिए उन्हें सबसे पहले उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है तथा उसके बाद उनकी योग्यता व कार्यप्रणाली के अनुसार उन्हें पूर्ण रूप से नियुक्ति प्रदान की जाएगी। आदिवासी युवतियों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने की दिशा में यह कदम आगे भी जारी रहेगा।