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नाबालिग छात्रा से किया दुष्कर्म, थाने में धमकी देकर छोड़ गया

परसुडीह थाना क्षेत्र की एक नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। पुलिस ने सारजोम टोला निवासी जय मुर्मू को गिरफ्तार कर लिया है।

By Edited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 07:00 AM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 11:16 AM (IST)
नाबालिग छात्रा से किया दुष्कर्म, थाने में धमकी देकर छोड़ गया
नाबालिग छात्रा से किया दुष्कर्म, थाने में धमकी देकर छोड़ गया

 जमशेदपुर (जासं)। परसुडीह थाना क्षेत्र की एक नाबालिग छात्रा ने सारजोम टोला निवासी जय मुर्मू पर धमकी देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। छात्रा ने महिला थाना (साकची) में इस बाबत प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। प्राथमिकी के बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार भी कर लिया। आरोपित को जेल भेज दिया गया है।

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पूरे घटनाक्रम में चौंकाने वाली बात यह रही कि दुष्कर्म के बाद आरोपित ने उसे थाना परिसर में लाकर छोड़ दिया। ऐसा उसने इसलिए किया, ताकि पीड़िता को ऐसा लगे कि वह (आरोपित) पुलिस से नहीं डरता। उसने उसे दुष्कर्म की बात किसी को बताने पर उसके माता पिता को मारने की धमकी भी थाना परिसर में ही दी। पीड़िता आठवीं क्लास की छात्रा है।

उसने पुलिस को दिए बयान में बताया कि 27 अक्टूबर को स्कूल से घर लौटने के दौरान जय मुर्मू ने उसका रास्ता रोक लिया और उसे मोटरसाइकिल में बैठा कर घुमा कर लाने की बात कही। आरोपित प्रलोभन देकर घुमाने के बहाने उसे अपने एक दोस्त के घर ले गया, जहां छात्रा के साथ दुष्कर्म किया। छात्रा के अनुसार 28 से 31 अक्टूबर तक आरोपित ने उसे राजनगर स्थित रोला गांव स्थित अपने दोस्त के घर पर रखा और दुष्कर्म करता रहा। इसके बाद एक नवंबर को जादूगोड़ा क्षेत्र स्थित अपने दोस्त के यहां ले गया। वहां भी उसने दुष्कर्म किया।

धमक दिखाने को आरोपित ने थाना परिसर में दी धमकी

पुलिस को दिए बयान में छात्रा ने बताया कि उसने जब उसे छोड़ देने की गुहार लगाई तो आरोपित उसे परसुडीह थाना परिसर ले गया। थाना परिसर में ही उसने धमकी दी कि किसी को उसने दुष्कर्म की बात बताई तो वह उसके माता-पिता को मार डालेगा। थाना में ही उसे अपने माता-पिता को बुलवाया और उसे छोड़ कर वहां से चला गया। चौंकाने वाली बात यह कि आरोपित इतना शातिर था कि पूरे कांड को उसने थाना परिसर में अंजाम दिया, पीड़िता को यह दिखाने के लिए कि उसकी पहुंच पुलिस तक है और वह थाने से नहीं डरता। उसने पीड़िता को ऐसे दिखाया कि थाना में लाकर ही वह सबकुछ कर रहा, ताकि पीड़िता थाने जाने के बारे में बाद में सोचे ही नहीं। थाना परिसर में पहुंचे परिजनों को देख पुलिस को भी कुछ पता न चला, क्योंकि थाना परिसर में अक्सर फरियादियों की भीड़ लगी रहती है।यह घटना पांच नवंबर की है।

बाद में परिजनों को बताई पूरी बात

छात्रा के मुताबिक जितने दिन आरोपित उसे अपने दोस्त के घर रखा था, उतने दिन दबाव देकर उसने उसे परिजनों को यह बताने पर मजबूर किया था कि वह अपने दोस्त के यहां है। इसलिए परिवार के लोग उसे नहीं खोज रहे थे। घर वालों को जानकारी मिलते ही परिजन के साथ सात नवंबर को महिला थाना में मामला दर्ज कराया।


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