एमजीएम के डॉ. मोहन कुमार की हार्ट अटैक से मौत
महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहन कुमार (58) की मौत गुरुवार की रात हो गई। उनका अंतिम संस्कार रविवार को स्वर्णरेखा बर्निग घाट पर किया जाएगा। रविवार को सुबह 10 बजे अंतिम यात्रा उनके सोनारी स्थित आशियाना गार्डेन से निकलेगी।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. मोहन कुमार (58) की मौत गुरुवार की रात हो गई। उनका अंतिम संस्कार रविवार को स्वर्णरेखा बर्निग घाट पर किया जाएगा। रविवार को सुबह 10 बजे अंतिम यात्रा उनके सोनारी स्थित आशियाना गार्डेन से निकलेगी।
डॉ. मोहन कुमार को गुरुवार की शाम एक परिवारिक समारोह में शामिल होने के लिए कहीं पर जाना था। इसके लिए वे अपने घर में तैयार हो रहे थे। इसी दौरान हार्ट अटैक हो गया। इसके बाद उन्हें टाटा मुख्य अस्पताल (टीएमएच) ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना करीब साढ़े आठ बजे की है। उनके निधन से चिकित्सा जगत में शोक की लहर है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के सचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह ने दुख जताते हुए कहा कि कि उनके निधन से पूरे समाज को क्षति हुई है। वहीं इंडियन एकेडमी ऑफ पिडियाट्रिक्स (आइएपी) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. केके चौधरी व शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जया भादुड़ी ने कहा कि समाज ने एक बेहतर चिकित्सक खो दिया। डॉ. मोहन कुमार के शव को एमजीएम अस्पताल भी लाया जाएगा, यहां पर डॉक्टर, कर्मचारी सभी उन्हें श्रद्धांजली देंगे। इसके बाद उनका शव घाट ले जाया जाएगा।
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करीब पंद्रह साल से एमजीएम में थे कार्यरत
डॉ. मोहन कुमार एमजीएम अस्पताल में करीब 15 साल से तैनात थे। फिलहाल वह एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर सेवारत थे। डॉ. मोहन अपने पीछे पत्नी डॉ. प्रीति मोहन, बेटी डॉ. अस्वति व बेटा डॉ. अभिनव को छोड़ गए हैं। डॉ. प्रीति मोहन एमजीएम कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। वहीं बेटी इंग्लैंड में शिशु रोग विशेषज्ञ है। बेटा अमेरिका से अर्थशास्त्र की पढ़ाई कर लौटा है। डॉ. मोहन कुमार की स्कूली पढ़ाई लोयला स्कूल से हुई थी। एमबीबीएस की पढ़ाई एमजीएम कॉलेज व पीजी की पढ़ाई रांची रिम्स से किया था।