Automobile sector : मंदी की मार से वाहन बाजार बेजार, चार माह में 10 करोड़ की चपत
मंदी की मार से ऑटोमोबाइल बाजार बेजार है। जमशेदपुर में हर महीने छोटे-बड़े वाहनों को मिलाकर लगभग एक हजार वाहनों की कम बिक्री हो रही है।
जमशेदपुर, जासं। आर्थिक मंदी के कारण जमशेदपुर का वाहन बाजार बेजार है। वाहन बाजार पर अप्रैल महीने से ही मंदी का जोरदार असर है। हर महीने छोटे-बड़े वाहनों को मिलाकर लगभग एक हजार वाहनों की बिक्री कम हो रही है। इससे सरकार को लगभग हर महीने 2.5 करोड़ रुपये राजस्व की चपत लग रही है।
जिला परिवहन पदाधिकारी कार्यालय के आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल से ही वाहनों के रजिस्ट्रेशन में जो कमी आई है, वह हर महीने बढ़ती ही जा रही है। अप्रैल 2018 में जहां कुल 6828 वाहनों की रजिस्ट्री हुई थी और इससे 5,55,27,500 रुपये राजस्व सरकार को मिला था। वहीं अप्रैल 2019 में यह संख्या घटकर 5548 वाहनों की ही रजिस्ट्री हुई और 2,67,22,000 रुपये ही राजस्व आए। इस तरह सरकार को लगभग 2.5 करोड़ रुपये राजस्व की चपत लगी।
मंदी का सीधा असर
जानकार बताते हैं कि देश के ऑटो सेक्टर में आई मंदी का सीधा असर वाहन बाजार पर पड़ रहा है। वाहनों की डिमाड में आई कमी से ऑटो सेक्टर में स्लो डाउन आ गया है। इसके कारण अब ऑटो सेक्टर से स्टील के लिए आने वाली डिमाड में भी कमी हो रही है। शहर के तमाम कारों और बाइक के शोरूम में सन्नाटे सा माहौल है। दामों में छूट, उपहारों की घोषणा और हाथ के हाथ फाइनेंस की सुविधाओं के बावजूद ग्राहक बहुत ही कम संख्या में शोरूमों की ओर रुख कर रहे हैं। आलम ये है कि शोरूमों के कर्मचारियों को वेतन देना भी मुहाल हो गया है। बाइक व स्कूटी बाजार की बात करें जो पिछले साल 2018 में जहां हर महीने 250 बाइक-स्कूटी की बिक्री हो रही थी, वो इस साल घटकर 120-125 तक आ गई है। वहीं कारों की बिक्री में लगभग 20-30 प्रतिशत तक की कमी आई है।
इंश्योरेंस पॉलिसी व बढ़ी रजिस्ट्रेशन फीस कोढ़ में खाज
जानकार बताते हैं कि वाहनों की मौजूदा इंश्योरेंस पॉलिसी और बढ़ी रजिस्ट्रेशन फीस कोढ़ में खाज का काम कर रही है। इसके कारण मंदी का असर और बढ़ गया है और वाहनों की बिक्री कम हुई है।
2018 में तीन महीने में वाहनों की बिक्री का आंकड़ा
माह कुल बिके वाहन
मई 7237
जून 6080
जुलाई 6104
2019 में तीन महीने में वाहनों की बिक्री का आंकड़ा
माह कुल बिके वाहन
मई 4787
जून 4856
जुलाई 5106
कम हो रहे रजिस्ट्रेशन
मंदी के कारण हर महीने लगभग एक हजार कम वाहन पंजीकृत हो रहे हैं। इससे लगभग हर महीने 2.5 करोड़ रुपये राजस्व का नुकसान हो रहा है।
-दिनेश रंजन, जिला परिवहन पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूम
वाहन की मांग नहीं
बाजार में वाहनों की मांग ही नहीं है। 2018 में जहां हम लोग हर महीने लगभग 250 वाहन बेचते थे। 2019 में यह संख्या घटकर 120-130 हो गई है।
-राजीव सिंह, बाइकर्स प्वाइंट
30 फीसद की गिरावट
कार बाजार की हालत तो बहुत खराब है। कारों की बिक्री में सीधे-सीधे 25 से 30 प्रतिशत तक की कमी आई है। बाजार में मांग बहुत कम हो गई है।
-किशन पारिख, पेब्को मारुति