सही दिशा की सोच व दृढ़ इच्छाशक्ति से मिलेगी सफलता
जागरण संवाददाता जमशेदपुर आइपीएस (एएसपी) कुमार गौरव बुधवार को एटमिक एनर्जी सेंट्रल स्कूल
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : आइपीएस (एएसपी) कुमार गौरव बुधवार को एटमिक एनर्जी सेंट्रल स्कूल जादूगोड़ा में थे। उन्होंने स्कूल के बच्चों को पढ़ाई ही नहीं जीवन की हर परीक्षा में सफल होने के मंत्र बताए और सही तरीके से पढ़ाई करने तथा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के भी महत्वपूर्ण टिप्स दिए। दैनिक जागरण के कार्यक्रम 'कलम के सिपाही' में छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि सही दिशा की सोच और दृढ़ इच्छाशक्ति ही सभी परीक्षाओं में सफल होने का मूलमंत्र है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं के सवालों के जवाब भी दिए।
उन्होंने कहा कि आपके सामने अच्छा-बुरा सब है। तय आपको ही करना है कि हम अच्छा चुनें या बुरा। कहा कि ट्रेनिंग के दौरान मेरे साथ ऐसे भी लोग थे जिन्होंने बहुत मुश्किल परिस्थितियों में गांव के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की। कोई शिक्षक था कोई सब इंस्पेक्टर। इसके बावजूद उन्होंने मेहनत की और आइपीएस बने। आप अपने आपको भाग्यशाली समझें कि आपको बेहतर स्कूल और बेहतर माहौल मिल रहा है। अपनी सोच हमेशा ऐसी रखें कि मैं कर लूंगा। कभी ये न सोचें कि ये मुझसे नहीं होगा। जितनी देर पढ़ें एकाग्र होकर पढ़ें। मन भटके तो थोड़ी-थोड़ी देर का ब्रेक लेकर पढ़ें। थोड़ा सा समय अपने व्यक्तित्व और स्वास्थ्य के लिए भी निकालें। अपना पसंदीदा खेल खेलें। हॉबी के लिए समय निकालें।
बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए उन्होंने कहा कि किसी एक परीक्षा में अच्छा नहीं कर पाए तो इसका मतलब ये नहीं कि आप हर परीक्षा में अच्छा नहीं कर पाएंगे। नई ऊर्जा के साथ फिर से जुट जाएं अगली परीक्षा के लिए।
इन छात्र-छात्राओं ने पूछे सवाल
सवाल : सिविल सेवा परीक्षा के लिए किस विषय का चुनाव करें?
-जयंत मंडल
जवाब : अब इस परीक्षा में किसी एक विषय का रोल बहुत सीमित हो गया है। सामान्य ज्ञान के चार प्रश्न पत्र हैं। इसके बावजूद आप उसी विषय को चुनें जिसको पढ़ने में आपको मजा आता है, आपकी गहरी रुचि हो।
सवाल : सिविल सेवा की परीक्षा कितनी मुश्किल है?
-निधि कुमारी
जवाब : इसके लिए आपको सुपरमैन बनने की जरूरत नहीं है। मुश्किल इसलिए है क्योंकि सीटें लिमिटेड हैं और इस परीक्षा में देश भर के लोग शामिल होते हैं। इसलिए अपने से ये धारणा निकाल दें कि ये बहुत मुश्किल है। मन लगाकर पढ़ें, दृढ़ इच्छाशक्ति होगी तो आप जरूर सफल होंगी।
सवाल : सिविल सेवा के लिए बेसिक योग्यता क्या है?
-सान्या
जवाब : सबसे पहले स्नातक होना जरूरी है। स्कूल की किताबों के साथ ही एनसीईआरटी की किताबें पढ़ती रहेंगी तो बेस मजबूत हो जाएगा। अपने आस-पास क्या हो रहा है, ये जानने की जिज्ञासा रखें। इसके लिए जरूरी है नियमित रूप से अखबार पढ़ना।
सवाल : सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में कोचिंग की क्या भूमिका है?
-मुस्कान
जवाब : मेरे ख्याल से कोचिंग की कोई बहुत महत्वपूर्ण भूमिका नहीं है। मैंने कोचिंग नहीं की। मैंने नौकरी करते हुए सिविल सेवा की तैयारी की। खुद से शेड्यूल बनाकर। इस आपके पास ऑनलाइन बहुत सारे विकल्प हैं। दिल्ली आदि शहरों में भी जाकर तैयारी करने की जरूरत नहीं है। हां, नियमित रूप से टेस्ट पेपर हल करते रहें।
सवाल : मैंने सुना है कि सिविल सेवा परीक्षा के लिए बहुत घिस-घिस कर पढ़ना पड़ता है। आपने नौकरी करते हुए तैयारी कैसे की?
-श्रद्धा
जवाब : नौकरी करते हुए तैयारी करने के कारण ही मैंने तीन बार में ये परीक्षा पास की। सभी चीजों के लिए समय निश्चित किया। आज का काम कल पर नहीं टाला। पढ़ाई में निरंतरता बनाए रखी।
सवाल : सुरक्षा बलों में जाने के लिए एनसीसी की कितनी अनिवार्यता है?
-शोभा
जवाब : एनसीसी के जरिए आप शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार होती हैं। क्षमता का विकास होता है।
सवाल : जो फिजिकली चैलेंज्ड है, सिविल सेवा की तैयारी में क्या उसके लिए बाधाएं आती हैं?
-साइमा
जवाब : ये कोई बाधा नहीं है। ये आपको नहीं रोक सकता। इसलिए इसकी बिल्कुल चिंता न करें।
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छात्रों को दिए ये महत्वपूर्ण टिप्स
-कक्षा में पढ़ाई अच्छे से कर ली तो परीक्षा में कभी कोई परेशानी नहीं होगी।
-स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें। खेलें, भोजन ठीक से करें। स्कूल में पढ़ाई गई चीजों को दोहराएं।
-अध्याय दर अध्याय पूरी किताब गंभीरता से पढ़ें।
-पांच साल, यदि मिल जाए तो 10 साल का प्रश्नपत्र हल करें।
-किताब का एक अध्याय पढ़ने के बाद दोस्तों के साथ डिस्कस करें।
-अपने आपको धोखा न दें। तीन-चार घंटे ही पढ़ें, लेकिन मन से।
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डीएसपी मुसाबनी ने भी किया संबोधित
छात्र-छात्राओं को डीएसपी मुसाबनी पीतांबर सिंह खैरवार ने भी संबोधित किया। छात्रों को साइबर क्राइम के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि फेसबुक, वाट्स एप व ट्विटर आदि से दूर रहने की कोशिश करें। अपने माता-पिता को आगाह करें कि किसी अंजान व्यक्ति को फोन पर एटीएम कार्ड का एटीएम नंबर, ओटीपी नंबर आदि बिल्कुल न बताएं। ट्रैफिक नियमों का पालन करें। यदि आप की उम्र 18 साल नहीं है तो वाहन न चलाएं। अपने आप को अनुशासित और संयमित इंसान बनाने का हर संभव प्रयास करें।
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ये थे मौजूद
कलम के सिपाही कार्यक्रम में यूसिल के डीजीएम एचआर एसके शर्मा, स्कूल के प्राचार्य एसके षाड़ंगी सहित तमाम शिक्षक व शिक्षिकाएं मौजूद थीं।