विशालकाय पुतले के रूप में जलेगा रावण का अहंकार
समितियों के पदाधिकारियों का स्पष्ट मत है कि हम रावण का दहन नहीं करते, बल्कि उसके अहंकार का दहन करते हैं
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : लौहनगरी में रावण दहन की परंपरा का निर्वहन पिछले 70 वर्षो से भी अधिक समय से रावण दहन की परंपरा का निर्वहन किया जा रहा है। समितियों के पदाधिकारियों का स्पष्ट मत है कि हम रावण का दहन नहीं करते, बल्कि उसके अहंकार का दहन करते हैं। पुतला दहन के पूर्व पुरोहितों का दल विधि-विधान से रावण की पूजा-अर्चना करता है। क्योंकि रावण स्वयं प्रकांड पंडित और महाज्ञानी थे। कमेटियां उनके पांडित्य और ज्ञान का सम्मान करती हैं और इसीलिए पुतला दहन के पूर्व उनकी विधिपूर्वक पूजा होती है। इस वर्ष 19 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन रावण दहन किया जाएगा।
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गोविंदपुर में आतिशबाजी होगी खास
रावण दहन कमेटी गोविंदपुर इस साल 40 फीट ऊंचे रावण के पुतले का दहन करेगी। 19 अक्टूबर को वीर कुंअर सिंह स्टेडियम में होने वाले इस कार्यक्रम के दौरान आतिशबाजी करने के लिए मुसाबनी और कटक से आतिशबाजों की टीम खास तौर से बुलाई जा रही है। शाम छह बजे से शुरू होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों में समिति के संयोजक राधेश्याम सिंह, कमलेश सिंह, सुनील सिंह, रमण झा, किशोरी लाल, निखिल सिन्हा आदि जुटे हुए हैं।
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काशीडीह से निकलेगा भव्य जुलूस
श्री श्री रामलीला उत्सव समिति इस वर्ष विजयादशमी के दिन 19 अक्टूबर को रामलीला मैदान साकची में रावण दहन करेगी। इसके पूर्व काशीडीह से भव्य जुलूस निकाला जाएगा। रामलीला मैदान में रावण के 18 फीट ऊंचे पुतले के साथ ही कुंभकरण व मेघनाद की भी प्रतिमा जलाई जाएगी। काशीडीह से झांकियों के साथ पुतले रामलीला मैदान में लाए जाएंगे और यहां उनका दहन किया जाएगा।
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बागुनहातु में नहीं होगा दहन
सार्वजनिक रावण दहन समिति बागुनहातु इस वर्ष 19 अक्टूबर को रावण के पुतले का दहन नहीं होगा। यह कार्यक्रम हर साल बागुनहातु फुटबॉल मैदान में होता है, लेकिन इस साल रावण दहन कमेटी के अध्यक्ष बुडो राणा के बेटे का निधन हो जाने के कारण रावण दहन कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है।
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जगह की कमी से सोनारी में भी दहन टला
पिछले 70 साल से रावण के पुतले का दहन करती आ रही सोनारी रावण दहन समिति इस बार जगह नहीं मिल पाने के कारण रावण के पुतले का दहन नहीं करेगी। समिति के अध्यक्ष पीके राय का कहना है कि सोनारी राम मंदिर मैदान में पार्क बनने के कारण रावण दहन के लिए जगह ही नहीं है। समिति ने प्रशासन से क्रिश्चियन बस्ती मैदान में रावण दहन करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन यहां एयरपोर्ट की वजह से अड़ंगा लग गया। इसलिए इस साल रावण दहन नहीं होगा।