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सुबह से तीन बजे तक शहर में नहीं चले टेंपो

शिक्षित बेरोजगार टेंपो चालक-संचालक संघ ने बुधवार को संघ के

By JagranEdited By: Published: Wed, 06 Jun 2018 10:01 PM (IST)Updated: Wed, 06 Jun 2018 10:01 PM (IST)
सुबह से तीन बजे तक शहर में नहीं चले टेंपो
सुबह से तीन बजे तक शहर में नहीं चले टेंपो

जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : शिक्षित बेरोजगार टेंपो चालक-संचालक संघ ने बुधवार को संघ के संरक्षक व पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता तथा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार के नेतृत्व में उपायुक्त कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। इस आंदोलन के कारण शहर में लगभग 15 हजार टेंपो के पहिए थमे रहे। सुबह छह बजे से दोपहर बाद तीन बजे तक सड़कों पर एक भी टेंपो नहीं चले। संघ के हजारों सदस्य सुबह लगभग 8.30 बजे साकची आमबगान में एकत्र हुए। इसके बाद यहां से जुलूस की शक्ल में पैदल मार्च करते हुए उपायुक्त कार्यालय के समक्ष पहुंचे। इस आंदोलन के मद्देनजर उपायुक्त कार्यालय में बड़ी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया था। उपायुक्त कार्यालय का मुख्य द्वार भी बंद कर दिया गया था। संघ के सदस्य उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरने पर बैठ गए।

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यहां पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि पुलिस-प्रशासन चाहे लाठी मारे, गोली मारे या जेल भेजे, टेंपो चालक 50 रुपये प्रति दिन फिटनेस पेनाल्टी नहीं देंगे। ट्रक और टेंपो का एक समान फाइन कतई उचित नहीं है। सरकार व प्रशासन हेल्पलाइन बनाकर ऐसी व्यवस्था कराए जिसमें टेंपो चालक अपना टैक्स टोकन, लाइसेंस, परमिट, फिटनेस प्रमाण पत्र आदि कागजात आसानी से बनवा सकें और बीच में कोई दलाल न पड़े। जहां तक टेंपो में क्षमता से अधिक यात्री बैठाने की बात है तो संघ का यह प्रयास होगा कि जगह के हिसाब से टेंपो यात्री बैठाए जाएं। पुलिस-प्रशासन टेंपो में बेबी सीट को अनावश्यक मुद्दा बना रहा है। नियम तो टेंपो तीन यात्री व एक ड्राइवर का है, लेकिन व्यावहारिक रूप से भी इस पर विचार किया जाना चाहिए। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि टेंपो पांच-छह से ज्यादा यात्री न बैठें। उन्होंने कहा कि संघ की मांगों पर जब तक सरकार कोई निर्णय नहीं लेती है, तब तक पुलिस-प्रशासन यथास्थिति बनी रहने दे। संघ दमनात्मक कार्रवाई बर्दाश्त नहीं करेगा। पुलिस-प्रशासन के पास 11 जून तक का समय है। यदि पुलिस फिर से जुल्म करेगी तो शहर में टेंपो के साथ ही मिनी बस एसोसिएशन भी अनिश्चित काल के लिए हड़ताल कर देगा। बन्ना गुप्ता ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने कहा था के सरकार बनने के बाद हर गरीब के खाते में 15 लाख रुपये जमा कराएंगे। जिस दिन गरीब के खाते में 15 लाख आएंगे, उस दिन से टेंपो चालक भी 50 रुपये पेनाल्टी देने लगेंगे। प्रशासन टकराव की स्थिति न पैदा करे, ये किसी के हित में नहीं।

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यदि बन्ना बने मंत्री तो तत्काल देंगे परमिट

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने संघ के सदस्यों को संबोधित करते हुए 2019 में सरयू राय की जमानत जब्त होने का दावा करते हुए कहा कि यदि बन्ना गुप्ता परिवहन मंत्री बने तो मंत्री बनते ही सबसे पहले टेंपो चालकों को परमिट देंगे। ये बिडंबना ही है कि नीरव मोदी, विजय माल्या को देश का पैसा लेकर भागने के लिए लाइसेंस है, लेकिन टेंपो चालकों के लिए लाइसेंस नहीं है। आज देश मोदी व भाजपा से परेशान है। मोदी के राज में देश की आमदनी का 73 प्रतिशत एक प्रतिशत आबादी के पास चली गई है। उन्होंने कहा कि पहले मैंने बहुत लाठी चलाई, अब टेंपो चालकों के लिए लाठी खाने को तैयार हूं। यह रघुवर की लीला ही है कि शहर में अपराधी छुट्टे घूम रहे हैं और टेंपो चालकों पर लाठियां बरस रही हैं।

10.30 से दो बजे तक बंद रहा आवागमन

सुबह 10.30 बजे से दोपहर दो बजे तक उपायुक्त कार्यालय वाली सड़क पर आवागमन पूरी तरह से बंद रहा। संघ की सभा सड़क पर ही होती रही और सदस्य कड़ी धूप में सड़क पर ही बैठे रहे।

एक चालक से हुई हाथापाई

सुबह लगभग 11 बजे बंगाल क्लब की ओर से जुबिली पार्क गोलचक्कर पर संघ के सदस्य जुलूस लेकर पहुंचे। तभी पुराना कोर्ट की ओर से एक टेंपो चालक यात्रियों को बैठाए हुए डीसी ऑफिस के सामने पहुंचा। यहां जुलूस में शामिल लोगों ने चालक के साथ हाथापाई कर दी। अन्य सदस्यों ने टेंपो चालक को भीड़ से निकाला।

संघ से वार्ता में ये थे शामिल

संघ की ओर से उपायुक्त से वार्ता करने और मांग पत्र सौंपने के लिए संघ के संरक्षक व पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार, युवा काग्रेस के प्रदेश महासचिव परितोष कुमार, संघ के अध्यक्ष मो. मुश्ताक, महामंत्री श्याम किंकर झा, इश्तियाक अहमद, हसनैन उर्फ कुन्नू, मेने, बबुआ सिंह व चंदन आदि शामिल थे।

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दी गई है तीन महीने की मोहलत

संघ के प्रतिनिधियों से वार्ता के बाद उपायुक्त अमित कुमार ने कहा कि टेंपो चालकों को अपने कागजात दुरुस्त कराने के लिए तीन दिन पहले ही तीन महीने का समय दिया जा चुका है। इस अवधि चालक कागजात दुरुस्त करा लें। इस दौरान सघन जांच अभियान नहीं चलेगा। सामान्य जांच चलती रहेगी। कागजात को लेकर तीन महीने के बाद कोई बहाना नहीं चलेगा।

संघ की प्रमुख मांगें

-रजिस्ट्रेशन आदि में दलाली प्रथा बंद हो

-पहले की ही तरह टेंपो चालकों को शहरी क्षेत्र के लिए परमिट दिया जाए

-इंश्योरेंस की वार्षिक दर आधी की जाए

-फिटनेस पेनाल्टी समाप्त की जाए

-सीधे-सीधे लाइसेंस नवीनीकरण की व्यवस्था की जाए

-चेकिंग के नाम पर अवैध वसूली बंद हो

-परिवहन कार्यालय के कर्मचारी की जिम्मेदारी तय कर समय सीमा के अंदर सभी कागजात बनाए जाएं

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रीडर कनेक्ट

जब शहर में टेंपो चलाने के लिए परमिट ही नहीं बन रहा है तो परमिट के नाम पर वसूली बंद होनी चाहिए।

-मो. शौकत खान, टेंपो चालक

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फिटनेस फेल होने पर हर दिन 50 रुपये जुर्माना वसूलना तो गरीब टेंपो चालकों का गला दबाना है।

-मुन्ना यादव, टेंपो चालक

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बेबी सीट के नाम पर 1500 रुपये जुर्माना वसूला जा रहा है। कमाते ही तीन-चार सौ हैं तो इतना जुर्माना कहां देंगे।

-मुरारी झा, टेंपो चालक

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दाहिने-बाएं रॉड लगाने के नाम पर पुलिस इस कदर परेशान कर रही है कि टेंपो चलाना व पेट भरना मुहाल है।

-राम ईश्वर यादव, टेंपो चालक


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