खेलों की स्ट्रेटजी में कैलकुलेशन की भूमिका अहम
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : खेलों के क्षेत्र में गणितीय संक्रियाओं की भूमिका काफी अहम ह
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : खेलों के क्षेत्र में गणितीय संक्रियाओं की भूमिका काफी अहम हो चुकी है। कैलकुलेशन न केवल डाटा प्रस्तुत करता है बल्कि इसके जरिए खेलों में स्ट्रेटजी तय करने में काफी सहूलियत होती है। कमजोर और मजबूत खिलाड़ी, अच्छा और खराब आइडिया, कुल मिलाकर इसके जरिए हम बदलते परिवेश में प्रतियोगिता में बने रहने और बेहतर करने की संभावनाओं पर लगातार काम कर सकते हैं।
यह निष्कर्ष रहा एक्सएलआरआइ में मैथ्स्पोर्ट एशिया-2018 कॉन्क्लेव के पहले दिन का। पहले दिन के मुख्य वक्ता कनाडा स्थित सिमोन फ्रेजर यूनिवर्सिटी के टिम स्वार्ट्ज ने पिछले 20 साल की अवधि में खेल विश्लेषण में अपने योगदान पर प्रस्तुति दी। उन्होंने सांख्यिकीय आंकड़ों की सहायता से बताया कि टीम में मौजूद कमजोर व मजबूत खिलाड़ी की क्या भूमिका होती है। गुड आइडिया और बैड आइडिया खेल में प्रदर्शन पर क्या असर डालते हैं। उन्होंने कम प्रचलित हाइलैंड डांस और पिकलबॉल खेलों के बारे में भी बताया। साथ ही क्रिकेट पर अपनी प्रस्तुति में रेखांकित किया कि यह कितना जटिल खेल है। उदाहरण के रूप में आइसीसी वर्ल्डकप फाइनल 2014-15 (ऑस्ट्रेलिया बनाम न्यूजीलैंड) के स्कोरबोर्ड को दिखाते हुए उसका विश्लेषण प्रस्तुत किया।
दूसरे सत्र में ऑस्ट्रेलिया स्थित बांड यूनिवर्सिटी के प्रो. स्टीवन स्टर्न ने क्रिकेट में रिशेड्यूलिंग टारगेट पर अपना प्रेजेंटेशन दिया। प्रो. स्टीवन स्टर्न क्रिकेट में इस्तेमाल किए जा रहे डकवर्थ लुइस-स्टर्न मेथड के कस्टोडियन भी हैं।
शाम के सत्र में स्पोर्ट लाइव शीर्षक से आयोजित कार्यक्रम में खेल प्रोफेशनल्स ने खेलों के विश्लेषण पर अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान टाटा स्टील हाई परफॉरमेंस सेंटर के अमय कोलेकर ने पावर प्वाइंट प्रेजेंशन दिया। वहीं जमशेदपुर फुटबॉल क्लब (जेएफसी) के एनालिस्ट गौरव खिलारी ने फुटबॉल पर वीडियो के जरिए विश्लेषण प्रस्तुत किया।
इसके पूर्व तीन दिवसीय कॉन्क्लेव का उद्घाटन एक्सएलआरआइ के निदेशक फादर ई अब्राहम, प्रो. टिम स्वार्ट्ज, प्रो. उदय दामोदरन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर किया। अतिथियों का स्वागत करते हुए फादर ई अब्राहम ने कहा कि खेलों का भारत में व्यावसायिक और लोकतांत्रिक महत्व है। क्रिकेट, फुटबॉल, हॉकी और हाल में कबड्डी का क्रेज काफी बढ़ा है। गणित हमारे दैनिक जीवन पर प्रभाव डालता है। साथ ही नई सरकार, व्यवसाय से जुड़ी तकनीकी समस्याओं को हल करने में भी सहायक है। खेलों में क्षमता विकास में भी गणित काफी सहायक है। प्रशिक्षकों की कोशिश रहती है कि उनके खिलाड़ी किस तरह बेहतर से बेहतरीन परिणाम दे सकें। इसमें भी गणित की भूमिका अहम हो जाती है। इस तरह के आयोजन आयोजन काफी लाभदायक हैं। आयोजन में अहम भूमिका निभानेवाले प्रो. उदय दामोदरन ने बताया कि किस तरह अपनी तरह का पहला आयोजन जमशेदपुर में करना सफल हो सकता।