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TISS-SVE : टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल साइंस ने मारुति से मिलाया हाथ, आप भी कर सकते हैं रिटेल मैनेजमेंट

TISS-SVE देश की प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस-स्कूल ऑफ वोकेशनल एजुकेशन ने देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति के साथ मिलकर रिटेल मैनेजमेंट का कोर्स करा रही है। अगर आप इच्छुक हैं तो जल्द आवेदन कर दें...

By Jitendra SinghEdited By: Published: Wed, 29 Sep 2021 08:45 AM (IST)Updated: Wed, 29 Sep 2021 08:45 AM (IST)
टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल साइंस ने मारुति से मिलाया हाथ, आप भी कर सकते हैं रिटेल मैनेजमेंट

जमशेदपुर, जासं। मारुति इंडिया ने मंगलवार को घोषणा की है वह मुंबई की टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल साइंस-स्कूल ऑफ वोकेशनल एजुकेशन (TISS-SVE) के साथ मिलकर ऑटोमोटिव रिटेल में युवाओं को प्रशिक्षित करेगी। इसके लिए तीन साल के रिटेल मैनेजमेंट का डिग्री कोर्स तैयार किया गया है। इसका पाठ्यक्रम वर्तमान ओटोमोबाइल उद्योग में ऑटोमोबाइल रिटेल वैल्यू चेन की बढ़ती मांग को देखकर तैयार किया है। इस कोर्स को करने के बाद ऑटोमोबाइल कंपनियों को तकनीकी रूप से दक्ष युवा मिल सकेंगे।

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तीन साल का है पाठ्यक्रम

ऑटोमोबाइल रिटेल मैनेजमेंट में तीन साल के पाठ्यक्रम को शामिल किया गया है। इसमें एक साल क्लासरूम टीचिंग और दो साल जॉब ट्रेनिंग से संबंधित प्रशिक्षण मारुति-सुजुकी के प्राधिकृत केंद्रों में होगा। मारुति-सुजुकी इंडिया के कर्यकारी उपाध्यक्ष मनोज अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑटोमोबाइल उद्योगों में कुशल कामगारों का भारी अभाव है। कंपनियों को इसके लिए अलग से प्रशिक्षण देना पड़ता है।

24 माह का होगा जॉब ट्रेनिंग

टाटा इंस्टीच्यूट ऑफ सोशल साइंस- स्कूल ऑफ वोकेशनल एजुकेशन के साथ मिलकर कर्मचारियों को पूर्ण रूप से तकनीकी रूप से दक्ष बनाया जा सका है। उन्होंने कहा कि इस कारण इस पाठ्यक्रम में 24 माह का जॉब ट्रेनिंग को शामिल किया गया है। इससे युवाओं को इस विषय का संपूर्ण रूप से प्रैक्टिकल ज्ञान प्राप्त हो सकेगा।

कोर्स को यूजीसी ने किया एप्रूव

इस कोर्स करिकुलम को मारुति और टीस-एसवीइ ने संयुक्त रूप से बनाया है और यूजीसी ने अप्रूव भी कर दिया है। इस कोर्स को करने वाले छात्र ऑटोमोबाइल ट्रेड के व्यवसाईकरण के तरीकों को लेकर पूरी तरह पारदर्शी बनाएंगा। प्राधिकृत डीलरों के यहां प्रशिक्षण होने से उन्हें अनुभव प्राप्त होगा तथा छात्रों को जापानियों के वर्क कल्चर, कौशल तकनीक के बारे में ज्ञान प्राप्त हो सकेगा।


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