NIT : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में शादीशुदा जोड़े साथ रहकर कर सकेंगे रिसर्च
research. राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में घरेलू माहौल में रहते हुए शादीशुदा जोड़े अपने रिसर्च पर पूरी तन्मयता से ध्यान दे सकेंगे।
जमशेदपुर, विकास श्रीवास्तव। शोध को बढ़ावा देने के लिए आदित्यपुर स्थित राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) जमशेदपुर में एक नई पहल की जा रही है। वैवाहिक जीवन उनके शोध में किसी तरह की बाधा न बन सके इसलिए फ्लैटनुमा हॉस्टल का निर्माण किया जाएगा। इसमें घरेलू माहौल में रहते हुए शादीशुदा जोड़े अपने रिसर्च पर पूरी तन्मयता से ध्यान दे सकेंगे।
हाल ही में बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में इस परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई है। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार होने के साथ ही निर्माण कार्य की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। कुल 25 करोड़ की लागत से बननेवाले इस हॉस्टल के निर्माण की फंडिंग हायर एजूकेशन फंडिंग एजेंसी (हेफा) की ओर से की जाएगी और निर्माण का जिम्मा केंद्रीय सार्वजनिक निर्माण विभाग को सौंपा जाएगा।
60 वर्गमीटर प्रति यूनिट के हिसाब से कुल 100 यूनिटों का होगा निर्माण
मैरिड कपल छात्रावास में निर्धारित मानकों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। एक यूनिट कुल 60 वर्गमीटर क्षेत्र में होगी। प्रत्येक यूनिट में दो कमरे, किचन व टॉयलेट की सुविधा रहेगी। हॉस्टल की इस बहुमंजिली इमारत में कुल 100 यूनिटों का निर्माण किया जाएगा। आगामी 23 मई को लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होते ही इसका काम शुरू कर दिया जाएगा।
टीचिंग व नन टीचिंग में नियुक्ति का रास्ता साफ, 23 मई के बाद जारी होगी प्रक्रिया
शैक्षिक व गैर शैक्षिक कर्मियों की कमी से जूझ रहे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर में नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। विगत दिनों हुई बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में एनआइटी के प्रस्ताव पर सहमति जताई गई है। संस्थान के निदेशक प्रो. केके शुक्ला ने बताया कि लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने पर 23 मई के बाद रिक्त पदों के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया जाएगा। नन टीचिंग के कुल स्वीकृत 271 पदों के मुकाबले वर्तमान में 150 ही कार्यरत हैं। तकनीकी मानव बल की कमी से दिक्कत होती है। वहीं शिक्षकों के लिए कुल स्वीकृत पदों की संख्या 246 है। आधे से भी कम शिक्षक हैं।
ये कहते निदेशक
मैरिड कपल हॉस्टल बन जाने से एडवांस रिसर्च को और अधिक बढ़ावा मिलने की संभावना है। शोध करने के इच्छुक शादीशुदा जोड़े एनआइटी में आकर शोध करने के लिए प्रेरित होंगे। वहीं एनआइटी की सुविधाओं में भी विस्तार होगा।
- प्रो. केके शुक्ला, निदेशक एनआइटी जमशेदपुर