Happy Birthday: आज है इस क्रिकेटर का जन्मदिन,झारखंड में तराश रहे खेल प्रतिभाओं को
आज हम उस हस्ती से मिला रहे हैं जिनका जन्मदिन है। मनोज यादव की सोच से प्रभावित होकर जेपीएससी के चेयरमैन सह झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के कर्ताधर्ता अमिताभ चौधरी ने उन्हें जेएससीए का चयनकर्ता नियुक्त किया है। पढिए विस्तार से।
जमशेदपुर, जासं। झारखंड के जमशेदपुर के सोनारी के रहनेवाले मनोज यादव आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। वे गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड हाेल्डर हैं। बिहार के पूर्व रणजी खिलाड़ी होने के कारण तथा भारत के कई क्रिकेटरों से संबंध के कारण आज वे झारखंड में भविष्य के क्रिकेटरों को तलाश कर रहे हैं, ताकि भारतीय टीम में कम से कम झारखंड का एक खिलाड़ी प्रतिनिधित्व कर सके। मनोज यादव की सोच से प्रभावित होकर जेपीएससी के चेयरमैन सह झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के कर्ताधर्ता अमिताभ चौधरी ने उन्हें जेएससीए का चयनकर्ता नियुक्त किया है।
टीम चयन में वे पूरी तरह प्रदर्शन को ही आधार बना रहे हैं। इसमें एलिट व प्लेट ग्रुप दोनों खिलाड़ियों को शामिल किया जा रहा है। जेएससीए में ऐसा पहली बार हो रहा है। मनोज यादव का जन्म 14 जनवरी 1971 को हुआ है। उनकी शादी 20 वर्ष की उम्र में प्रियंका यादव से हुई। उनके पिता वाइएन यादव भी समाज के एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। माता का नाम स्वर्गीय कृष्णा यादव है। मनोज की स्कूलिंग भारत सेवाश्रम स्कूल सोनारी से हुई है तथा को-आपरेटिव कालेज से उन्होंने स्नातक किया है।
कई खेल व सामाजिक संगठनों से है जुड़ाव, सामाजिक कार्यो में भी दिलचस्पी
मनोज यादव ने मिडिलेक्स कंट्री कोल्टस इंग्लैंड, ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी टीम का भी प्रतिनिधित्व किया। इंटरनेशनल रोल बाल फेडरेशन के निदेशक, रोल बाल फेडरेशन आफ इंडिया के उपाध्यक्ष, झारखंड रोल बाल एसोसिएशन के अध्यक्ष, झारखंड स्टेट बाल बैडमिंटन एसोसिएशन के अध्यक्ष, भारत स्काउट एंड गाइड के अध्यक्ष पद पर कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा कई तरह के सामाजिक संगठनों के उच्च पदों पर पदस्थापित हैं। समाजसेवा में भी गहरी दिलचस्पी है। बिहार में बाढ़ के दौरान में उन्होने कई तरह से सरकार को सहयोग किया। धनराशि एकत्र की तथा हजारों कपड़ें बिहार भेजें। समय-समय पर चिकित्सा शिविर भी आयोजित करते हैं, जिसमें वे दवाएं भी निश्शुल्क देते हैं। स्वास्थ्य जागरुकता कार्यक्रम कई स्थानों पर आयोजित करते हैं। स्थाई रूप से उनकी मां के नाम पर कृष्णा फाउंडेशन के नाम से नशा उन्नमूलन केंद्र भी चलाते हैं। साथ ही गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए उन्होंने आदर्श बाल उच्च विद्यालय भी खोल रखा है, जिससे सैकड़ों छात्र निश्शुल्क अध्ययनरत हैं।
व्यस्त होने के बावजूद किताब व लेख भी लिखते हैं
माह में 20 दिन जमशेदपुर से बाहर रहने वाले मनोज यादव व्यस्त होने के बावजूद किताब व अखबारों के लिए लेख भी लिखते हैं। यह उनके एक शौक में से एक है। कई स्पोट्स जनरल में उनके लेख प्रकाशित हो चुके हैं। अभी हाल ही में भूमि अधिग्रहण कानून नाम किताब का विमोचन झामुमो के सुप्रीमो शिबू सोरेन व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन समेत अन्य नेताओं ने किया है। इसमें भूमि अधिग्रहण कानून से संबंधित कई तरह की जानकारियां हैं।
मुख्यमंत्री ने दिया झारखंड की खेल प्रतिभाओं को तराशने का जिम्मा
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मनोज यादव की प्रतिभा की कद्र करते हुए उन्हें झारखंड मुक्ति मोर्चा के क्रीड़ा प्रकोष्ठ का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, ताकि वे झारखंड में खेल प्रतिभाओं को तराशने में अपनी जिम्मेदारी निभा सकें। मनोज खेल के लिए समय-समय पर मुख्यमंत्री को कई तरह के मागदर्शन करते रहते हैं।
आइसक्रिम की स्टीक से बनाने है प्लेन
अपने सपनों को पंख देने के लिए आइसक्रिम की स्टीक से वे प्लेन बनाते हैं। वे यह कार्य घर में बैठकर करते हैं। बकौल मनोज यादव - फुर्सत के क्षणों में यह उनका एक प्रमुख कार्य रहता है। उनके इस प्लेन बनाने की कला की तारीफ कई लोग कर चुके हैं। आइसक्रिम की स्टीक से वे काफी आकर्षक प्लेन बनाकर अपनी गैलरी में भी रखे हुए हैं।