मानगो दुष्कर्म में हाई कोर्ट ने सरकार से मांगी जांच रिपोर्ट
मानगो में नाबालिग से हुए दुष्कर्म मामले की सुनवाई बुधवार को झा
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : मानगो में नाबालिग से हुए दुष्कर्म मामले की
सुनवाई बुधवार को झारखंड हाई कोर्ट की एकल बेंच के जस्टिस रंजन मुखोपाध्याय की अदालत में हुई। पीड़िता के अधिवक्ता राजीव कुमार की दलील सुनने के बाद अदालत ने सरकार को आदेश दिया है कि चार सप्ताह के अंदर मानगो दुष्कर्म की जांच रिपोर्ट हाई कोर्ट में पेश करें।
सुनवाई के दौरान पीड़िता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव कुमार ने बहस की। राजीव कुमार ने अदालत को बताया कि दुष्कर्म में डीएसपी व थानेदार के अलावा पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता के भाई गुड्डू गुप्ता, बिल्डर, ठेकेदार के अलावा कई दबंग किस्म के लोग आदि शामिल हैं। ऐसी स्थिति में मामले की जांच सीबीआइ से जांच कराई जाए। इस पर अदालत ने कहा कि वर्तमान समय में जांच की स्थिति क्या है? इस पर राजीव कुमार ने बताया कि पीड़िता व उसके परिजन मुख्यमंत्री जन संवाद में पूरे मामले की जानकारी दे चुके हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने सीआइडी से जांच कराकर एक माह के अंदर पीड़िता को न्याय दिलाने का भरोसा दिया था। राजीव कुमार ने अदालत को बताया कि दुर्भाग्य है कि सीआइडी जांच टीम एक माह के बाद ही अपनी जांच प्रारंभ की। इससे पता चलता है कि जांच सही दिशा में नहीं चल रही है। अधिवक्ता की दलील सुनने के बाद उच्च न्यायालय ने सरकार को चार सप्ताह के अंदर अद्यतन जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है।
मानगो दुष्कर्म मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग को लेकर पीड़िता की मां ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
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कई बड़े लोग भी है आरोपित
जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र के एक अपार्टमेंट में काम करनेवाली नाबालिग से दुष्कर्म का आरोपित बिजली मिस्त्री शिवकुमार महतो, श्रीकांत महतो तथा इंद्रपाल सैनी है। इसके अलावा तत्कालीन पटमदा डीएसपी अजय केरकेट्टा व एमजीएम थाने के तत्कालीन थाना प्रभारी इमदाद अंसारी भी दुष्कर्म के आरोपित हैं।