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वार्ता के लिए नहीं बुला रहा प्रबंधन, जुस्को यूनियन में खलबली Jamshedpur News

Bonus in Jusco. टाटा स्‍टील की अनुषंगी इकाई टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) में प्रबंधन द्वारा अब तक वार्ता के लिए आमंत्रित नहीं करने के कारण जुस्को श्रमिक यूनियन में खलबली मची हुई है।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 12:19 PM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 05:31 PM (IST)
वार्ता के लिए नहीं बुला रहा प्रबंधन, जुस्को यूनियन में खलबली Jamshedpur News
जुस्‍को यूनियन को प्रबंधन ने अबतक बोनस वार्ता के लिए नहीं बुलाया है।

जमशेदपुर, जासं।  टाटा स्टील में कर्मचारियों का बोनस हो चुका है। लेकिन उसकी अनुषंगी इकाई, टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में जुस्को) में प्रबंधन द्वारा अब तक वार्ता के लिए आमंत्रित नहीं करने के कारण जुस्को श्रमिक यूनियन में खलबली मची हुई है।

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जुस्को श्रमिक यूनियन की वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। हालांकि, यूनियन की ओर से वार्षिक आमसभा बुलाकर चुनाव की घोषणा भी हो चुकी थी। लेकिन आमसभा की प्रक्रिया को असंवैधानिक बताते हुए यूनियन के ही पूर्व महासचिव एसएल दास ने ही मोर्चा खोल दिया है। इसके कारण मामला उप श्रमायुक्त कार्यालय में विचाराधीन है।

 विपक्ष ने भी की थी शिकायत

साथ ही विपक्ष ने आमसभा को असंवैधानिक तरीके से कराने को लेकर मामले को काफी तूल दिया है। इसकी शिकायत श्रमायुक्त से भी की थी। इन्हीं सब को देखते हुए कंपनी प्रबंधन ने अब तक जुस्को श्रमिक यूनियन को बोनस वार्ता के लिए अब तक आमंत्रित नहीं की है। इसके कारण यूनियन के शीर्षस्थ नेतृत्व में खलबली मची है और यूनियन ने भी बीच का रास्ता निकालते हुए उप श्रमायुक्त कार्यालय के दरबार पहुंची है ताकि एडहॉक कमेटी को बोनस पर वार्ता के लिए अनुमति मिल सके। उप श्रमायुक्त कार्यालय में अब इस मामले में 25 सितंबर को त्रिपक्षीय वार्ता होने वाली है।

प्रबंधन भेज चुका है फार्मूले के आंकड़े

जुस्को में बोनस के बाद अगले वर्ष के फार्मूले का आधार क्या होगा? इस पर भी प्रबंधन और यूनियन नेतृत्व के बीच सहमति बन जाती है। ऐसे में जुस्को प्रबंधन ने फार्मूले के तहत किस मद में कितना बोनस मिलना है, इस संबंध में आंकड़े भी भेज चुका है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि कंपनी प्रबंधन यूनियन से बिना वार्ता किए ही बोनस का पैसा सीधे कर्मचारियों के खाते में भेज देगी।

ये कहते यूनियन महासचिव

हमारी कोशिश है कि फार्मूले के तहत जो पाया है वह कर्मचारियों को दिला सके। लेकिन प्रबंधन ने अब तक वार्ता के लिए आमंत्रित नहीं किया है। बोनस पर वार्ता की अनुमति देने की मांग पर ही यूनियन ने उप श्रमायुक्त से अनुमति मांगी है।

-वीडी गोपाल कृष्णा, महासचिव, जुस्को श्रमिक यूनियन


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