उदीयमान भास्कर को अर्घ्य दे संपन्न हुआ महापर्व
लोकआस्था पवित्रता निष्ठा व सूर्योपासना का महापर्व छठ शनिवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य समर्पित कर संपन्न हुआ। चाकुलिया के अधिकांश श्रद्धालु परंपरा के तहत शहर से लगभग सात किलोमीटर दूर बरसोल स्थित कूपन नदी के तट पर छठ पर्व मनाने पहुंचे..
संवाद सूत्र, चाकुलिया : लोकआस्था, पवित्रता, निष्ठा व सूर्योपासना का महापर्व छठ शनिवार की सुबह उदीयमान सूर्य को अर्घ्य समर्पित कर संपन्न हुआ। चाकुलिया के अधिकांश श्रद्धालु परंपरा के तहत शहर से लगभग सात किलोमीटर दूर बरसोल स्थित कूपन नदी के तट पर छठ पर्व मनाने पहुंचे। सैकड़ों वाहनों पर सवार हजारों लोगों ने छठ घाट पहुंच कर भगवान भुवन भास्कर की आराधना की। कोरोना महामारी के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। इस दौरान कांच ही बांस के बहंगिया व केलवा के पात पर उगेलन सुरुजमल जैसे गीतों से वातावरण भक्तिमय हो गया था। महिला व पुरुष श्रद्धालु नदी के स्वच्छ जल में स्नान कर पूर्व दिशा की ओर हाथ जोड़कर खड़े थे। सूर्योदय के साथ ही अर्घ्य देने सिलसिला शुरू हो गया। स्थानीय विधायक समीर महंती भी पत्नी नैना महंती के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य देने पहुंचे थे। घाट पर छठ व्रती सेवा मंच के तत्वावधान में व्रतियों के लिए सभी तरह के प्रबंध किए गए थे। महिला श्रद्धालुओं के लिए विशेष तौर पर कपड़े का घेरा बनाकर चेंजिंग रूम बनाया गया था ताकि उन्हें वस्त्र बदलने में कोई परेशानी न हो। घाट पर सेवा मंच के परमानंद सिंह, दिनेश सिंह, सुरेश सिंह, राजू सिंह, अरविद सिंह, योगेंद्र सिंह, धीरज सिंह आदि उपस्थित थे।
सामाजिक संस्था ने छठ घाट पर लगाया नि:शुल्क चाय स्टॉल : मुसाबनी की सामाजिक संस्था जय हिद ने सेवा भाव के तहत मुसाबनी कंपनी तालाब छठ घाट पर नि:शुल्क चाय स्टाल लगाकर हजारों लोगों के बीच चाय का वितरण किया। छठ व्रतियों को जय हिद ग्रुप के सदस्यों ने अपने हाथों से चाय पिलाया। छठ घाट पर सुबह चार बजे से ही चाय का वितरण किया जा रहा था। मौके पर जय हिद ग्रुप के चौधरी उमेश सिंह, नटवर अग्रवाल, एमपी सिंह, शिबू प्रजापति, सुजीत सिंह, राकेश प्रजापति, सुरेंद्र कुमार, मुन्ना सिंह, अरविद यादव, जितेंद्र शर्मा, शिबू भकत आदि छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं की सेवा जुटे रहे।
छठ व्रतियों ने घरों में बनाए गए कृत्रिम जलाशयों में दिया अर्ध्य : शनिवार को लोक आस्था का महापर्व छठ उदीयमान सूर्यदेव को अर्ध्य के साथ संपन्न हुआ। इस वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना के कारण कई लोगों ने अपने घरों में कृत्रिम जलाशय बनाकर अर्ध्य दिया। दाहीगोड़ा निवासी बुंबा दे व उनकी पत्नी पिकी दे पिछले 18 वर्षों से घर के छत पर कृत्रिम जलाशय (जलकुंड) बनाकर छठ की पूजा अर्चना कर रहे हैं। इस वर्ष भी उन्होंने घर पर ही भगवान सूर्य को अर्ध्य अर्पित किया।
उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ संपन्न हुआ लोक आस्था का महापर्व छठ : उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ सूर्योपासना व लोक आस्था का महापर्व छठ संपन्न हुआ। छठ व्रतियों ने उदीयमान सूर्य को अर्घ्य दिया और परिवार की सुख-शांति व समृद्धि की कामना की। व्रतियों ने छठी मइया का प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे का कठिन उपवास तोड़ा। घाटों पर लोगों के बीच छठी मइया का प्रसाद वितरण किया गया। मऊभंडार स्वर्ण रेखा नदी, बुरूडीह डैम, गोपालपुर, अमाईनगर, राजस्टेट, मुसाबनी कंपनी तालाब छठ घाट पर भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। कई श्रद्धालु अपने घर से दंडवत करते हुए छठ घाट पहुंचे और भगवान सूर्य की पूजा-अर्चना की। प्रकृति पूजन के महापर्व छठ के अवसर पर पूरे क्षेत्र में धार्मिक श्रद्धा व उत्साह का माहौल देखने को मिला। छठ के मधुर गीतों के बीच विभिन्न छठ घाटों पर व्रतियों व श्रद्धालुओं के साथ पहुंचे बच्चे भी उत्साहित दिखे। व्रतियों व श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर किया प्रणाम : लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का अनुष्ठान शनिवार को संपन्न हुआ। बहरागोड़ा के बामडल स्वर्णरेखा घाट पर व्रतियों व श्रद्धालुओं ने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर उन्हें नमन किया। गालूडीह बराज डैम पर दोनों पैर से दिव्यांग राजू चौधरी भी अपने व्हीलचेयर से अर्घ्य देने छठ घाट पहुंचे। इसके अलावा धालभूमगढ़ प्रखंड के स्वर्णरेखा नदी के गोगलो घाट पर इस वर्ष पहली बार छठ महापर्व का आयोजन किया गया। घाट पर काफी संख्या में लोगों ने अर्ध्य देकर क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की। जादूगोड़ा समेत आसपास के क्षेत्रों में लोक आस्था का महापर्व छठ उदीयमान भगवान भास्कर को अर्ध्य देकर संपन्न हुआ। ईचड़ा नदी घाट, ईंटा भट्ठा घाट, शिव मंदिर घाट, राखा कॉपर गुर्रा नदी घाट पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ हुई। वहीं इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण कई छठ व्रती घर से ही भगवान भास्कर को अर्घ्य दिए। छठ घाटों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए थे। मुसाबनी बीडीओ सीमा कुमारी ने सुबह पांच बजे से ही विभिन्न छठ घाटों का भ्रमण कर व्यवस्था का जायजा लिया।