अंतिम समय में क्यों टल गया कुंजल लकड़ा की मूर्ति का अनावरण, जानिए Jamshedpur News
बिरसानगर को बसाने वाले कुंजल लकड़ा की मूर्ति के अनावरण की सारी तैयारी पूरी होने जाने के बावजूद 20 नवंबर यानि शुक्रवार को अंतिम समय में यह कार्यक्रम टल गया। अब उनकी मूर्ति का अनावरण 28 नवंबर को उनकी जयंती के दिन होगा।
जमशेदपुर (जासं) । बिरसानगर को बसाने वाले कुंजल लकड़ा की मूर्ति के अनावरण की सारी तैयारी पूरी होने जाने के बावजूद 20 नवंबर यानि शुक्रवार को अंतिम समय में यह कार्यक्रम टल गया। अब उनकी मूर्ति का अनावरण 28 नवंबर को उनकी जयंती के दिन होगा। बिरसा सेवादल पंचायत समिति के रॉकी कुमार ने कहा कि स्व. लकड़ा की मूर्ति हमलोगों ने 19 नवंबर की शाम को मंगा ली थी। जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय इसका अनावरण करने वाले थे, लेकिन अंतिम समय में बिरसानगर थाना ने अनुमति नहीं दी।
शायद छठ की वजह से पुलिस बल उपलब्ध नहीं होने से ऐसा किया गया, लेकिन अब 28 को हम मूर्ति का अनावरण करेंगे और स्व. लकड़ा की जयंती भी धूमधाम से मनाएंगे। इस कार्यक्रम में बिरसानगर के सभी निवासियों को आमंत्रित किया जाएगा। स्व. लकड़ा की पुण्यतिथि मनाने के लिए भी काफी संख्या में लोग जुटे थे, लेकिन प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने से सभी लोगों ने एक मिनट का मौन रखा और स्मारक स्थल के बाहर ही उनके चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया। जयंती समारोह में भी विधायक सरयू राय आएंगे।
बाबा ने ही खुलवाया था थाना, डाकघर व स्कूल
रॉकी कुमार बताते हैं कि स्व. कुंजल लकड़ा, जिन्हें हम प्यार से बाबा कहते हैं, ने ना केवल बिरसानगर बसाया था, बल्कि उन्होंने ही यहां डाकघर, थाना और स्कूल भी खुलवाया था। बाबा की सोच थी कि बिरसानगर को ऐसा विकसित इलाका बनाना है, जहां सभी बच्चे पढ़ें-कमाएं और सुखी रहें। उनकी सोच का ही परिणाम है कि आज बिरसानगर में हर खेल के चैंपियन खिलाड़ी मिल जाएंगे। कुछ ने तो आेलंपिक भी खेला है। अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज अरुणा मिश्रा भी यहां बाक्सिंग स्कूल चलाती हैं।