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Lok Sabha Election 2019 : प्रत्याशियों के चुनाव खर्च पर सख्ती से करें निगरानी: अमित कुमार

चुनाव के दौरान सभी प्रत्याशियों के खर्च की निगरानी के लिए रविवार को चुनावी खर्च निगरानी टीम की कार्यशाला आयोजित की गई।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 03:51 PM (IST)Updated: Tue, 16 Apr 2019 01:23 PM (IST)
Lok Sabha Election 2019 : प्रत्याशियों के चुनाव खर्च पर सख्ती से करें निगरानी: अमित कुमार

जमशेदपुर (जासं)। चुनाव के दौरान सभी प्रत्याशियों के खर्च की निगरानी के लिए रविवार को चुनावी खर्च निगरानी टीम की कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त अमित कुमार में शामिल हुए। उन्होंने चुनाव के दौरान सभी प्रकार की गतिविधियों पर निगरानी के लिए गठित टीमों के बीच समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया। बताया गया कि उन्हें किस प्रपत्र में जांच प्रतिवेदन देना है।

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जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने उपस्थित एईओ, असिस्टेंट एक्सपेडिंचर ऑब्जर्वर को संबोधित करते हुए कहा कि चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा दिए गए खर्च का पूरा ब्योरा रखने में उनकी महती भूमिका रहेगी। अत: उन्हें सभी टीमों से समन्वय स्थापित कर प्रत्याशियों द्वारा किए गए खर्च का आकलन करना होगा। यह विशेष रूप से ध्यान रखना होगा कि प्रत्याशियों द्वारा किए गए विभिन्न खर्च का सही ब्योरा दिया जाए। वीडियो सर्विलांस टीम से समन्वय स्थापित कर यह जानकारी लेनी होगी कि प्रत्याशियों द्वारा जो खर्च की जानकारी दी गई है, सही हो, साथ ही उन्हें एक शैडो रजिस्टर में निर्वाचन आयोग के मानक के अनुसार प्रत्याशियों के कार्यक्रम व अन्य खर्च का ब्योरा रखना होगा।

उपायुक्त ने एफएसटी को निर्देश दिया कि सी-विजिल के अतिरिक्त आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित सूचना के आधार पर स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई करें। उपायुक्त ने एसएसटी को नियमित रूप से गाड़ियों की चेकिंग करने का निर्देश दिया। कहा कि वीडियो सर्विलांस टीम जो वीडियो बनाए, उसका सही-सही आकलन कर प्रतिवेदन एआरओ के पास जमा करें। उपायुक्त ने एईओ से कहा कि नामांकन शुरू होने के साथ ही जिम्मेदारी बहुत बढ़ जाएगी। एईओ को एक्साईज, इनकम टैक्स विभाग के पदाधिकारियों से भी समन्वय स्थापित करने को कहा गया।

प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य चुनाव के दौरान प्रत्याशियों द्वारा किए जाने वाले चुनावी खर्च पर निगरानी रखना, जिससे निर्वाचन आयोग द्वारा जो प्रत्याशियों के लिए खर्च की सीमाएं तय की गई हैं, उसका सही मायने में पालन सुनिश्चित हो। एसओआर को एक्सपेंडिचर कोषांग का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। इसके लिए विधानसभा क्षेत्रवार असिस्टेंट एक्स्पेंडिचर ऑब्जर्वर बनाए गए हैं, जो एफएसटी, एसएसटी और वीएसटी के साथ समन्वय स्थापित कर प्रत्याशियों द्वारा किए जाने वाले खर्च पर निगरानी रखेंगे। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर, आरक्षी अधीक्षक (ग्रामीण), निदेशक डीआरडीए, एसओआर, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।


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