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उपेक्षा के शिकार होने लगे कस्तूरबा विद्यालय Jamshedpur News

पूर्वी सिंहभूम के कस्तूरबा विद्यालय भी सरकारी स्कूलों की तरह उपेक्षा के शिकार होने लगे हैं। इस बार यहां की छात्राएं टॉप-20 में भी स्थान नहीं बना पाई।

By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 12 Aug 2020 09:26 AM (IST)Updated: Wed, 12 Aug 2020 01:43 PM (IST)
उपेक्षा के शिकार होने लगे कस्तूरबा विद्यालय Jamshedpur News
उपेक्षा के शिकार होने लगे कस्तूरबा विद्यालय Jamshedpur News

जमशेदपुर, जासं।  पूर्वी सिंहभूम के कस्तूरबा विद्यालय भी सरकारी स्कूलों की तरह उपेक्षा के शिकार होने लगे हैं। इन स्कूलों का पहले परीक्षा परिणाम राज्य, प्रमंडल व जिला के लिए सुखद अनुभूति लेकर आता था, लेकिन इस बार यहां की छात्राएं टॉप-20 में भी स्थान नहीं बना पाई। 

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दरअसल, इन स्कूलों में स्थायी शिक्षिकाओं का अभाव हो गया है। सरकार इन शिक्षिकाओं की कमी को घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति से पूरी कर रही है। स्थायी शिक्षकाओं की नियुक्ति नहीं हो पा रही है। घंटी आधारित शिक्षक आते हैं और अपने अनुसार पढ़ाकर चले जाते हैं, उन पर ज्यादा जवाबदेही भी नहीं होती है। इस कारण गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर असर पड़ रहा है। मैट्रिक तक पठन-पाठन के लिए एक-एक कस्तूरबा विद्यालय में पांच-पांच स्थायी शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। सभी कस्तूरबा विद्यालय प्लस टू होने के बाद भी स्वीकृत पदों की संख्या को नहीं बढ़ाया गया। 

जिले में इतने विद्यालय हैं संचालित

पूर्वी सिंहभूम जिले में 9 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय तथा 2 झारखंड बालिका आवासीय विद्यालय संचालित हैं। झारखंड बालिका को मिला लिया जाए तो कुल 11 विद्यालय इस जिले में संचालित हैं। पुराने स्वीकृत पदों की बात की जाए तो इन विद्यालयों के कुल स्वीकृत पद के विरूद्ध मात्र 26 स्थायी शिक्षिकाएं कार्यरत हैं। 

पठन-पाठन पर पड़ रहा बुरा प्रभाव 

शिक्षिकाओं की कमी के कारण विद्यालयों में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है। इसका सीधा असर बोर्ड के परीक्षा परिणामों पर देखने को मिल रहा है। मैट्रिक की बात करें तो यहां की छात्राएं टॉप-20 में स्थान नहीं बना पाई, लेकिन सभी विद्यालयों का रिजल्ट 85 प्रतिशत से उपर है। वहीं इंटर साइंस की बात करें तो 40 प्रतिशत से कम छात्राएं उत्तीर्ण हुई हैं। कॉमर्स व आटर्स की बात करें तो 90 प्रतिशत छात्राएं उत्तीर्ण होने में कामयाब हुई हैं, लेकिन जिला स्तर की सूची में भी वे अपना नाम दर्ज नहीं करा पाई। इंटर साइंस की पढ़ाई जमशेदपुर कस्तूरबा व कॉमर्स की पढ़ाई घाटशिला कस्तूरबा में होती है। अन्य कस्तूरबा में आट्र्स की पढ़ाई होती है। सभी विद्यालयों में लगभग 5,000 छात्राएं अध्ययनरत हैं। 

किस कस्तूरबा में कितने कार्यरत शिक्षक 

डुमरिया : 03 

धालभूमगढ़ : 02 

चाकुलिया : 03 

घाटशिला : 02 

बहरागोड़ा : 03 

मुसाबनी : 04 

जमशेदपुर : 02 

पोटका : 05 

पटमदा : 02 

बोड़ाम : 00 

गुड़ाबांधा : 00


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