करवा चौथ पर सुहागिनों ने अखंड सुहाग के लिए रखा व्रत Jamshedpur News
करवा चौथ के अवसर पर शिव-पार्वती व गणेश की पूजा की गई। पूजा के दौरान कृष्णा मंदिर के पुजारी संतोष कुमार त्रिपाठी ने सात भाई और एक बहन की कथा व्रतधारी महिलाओं को सुनाई।
जागरण संवाददाता, जमशेदपुर : कदमा के रामदास भंट्ठा, आर्या समाज स्कूल, गोलमुरी की रिफ्यूजी कॉलोनी स्थित कृष्णा मंदिर, बस्ती व कॉलोनियों के घरों में गुरुवार को करवा चौथ के अवसर पर शिव-पार्वती व गणेश की पूजा की गई। पूजा के दौरान कृष्णा मंदिर के पुजारी संतोष कुमार त्रिपाठी ने सात भाई और एक बहन की कथा व्रतधारी महिलाओं को सुनाई। इसके बाद ग्रुप में बैठी महिलाओं ने अपनी-अपनी थालियों को बदला।
कृष्णा मंदिर में रिफ्यूजी कॉलोनी और आस-पास की व्रतधारी महिलाएं भी आती हैं। एक ग्रुप में 15 से 16 महिलाएं गोलाकार में बैठती हैं। गुरुवार की शाम पंडित संतोष कुमार त्रिपाठी ने महिलाओं को बारी बारी से कथा सुनाई। मंदिर कमेटी ने बांटी साढ़े चार सौ चुनरी रिफ्यूजी कॉलोनी स्थित कृष्ण मंदिर कमेटी ने दो दिन पहले करीब चार सौ चुनरी महिलाओं के बीच बांटी। वहीं करवा चौथ वाले दिन मंदिर परिसर में व्रतधारी महिलाएं चुनरी पहनकर पूजा के लिए पहुंची थीं।
रामदास भट्ठा में की सामूहिक पूजा
कदमा रामदास भट्ठा में गुरुद्वारा के समीप सामूहिक रूप से महिलाओं ने शिव पार्वती व गणेश की पूजा की। व्रतधारियों को कथा पंडित ने सुनाई। व्रतधारी अमृत कौर ने बताया कि पहले यहां महिलाओं की संख्या कम थी तो घर के छत पर पूजा की जाती थी। लेकिन धीरे धीरे संख्या बढ़ने लगी तो सार्वजनिक रूप से टेंट लगाकर महिलाओं ने करवा चौथ में पूजा अर्चना की।
सोलह श्रृंगार कर घर से निकली महिलाएं
व्रतधारी महिलाएं पूजा करने के लिए अपने अपने घरों से सोलह श्रृंगार कर मंदिर परिसर तक गई। इस दौरान व्रतधारी महिलाओं ने अपने हाथों में पूजा की थाली व दीया लेकर मंदिर तक पहुंचीं।
सरगी खाकर की व्रत की शुरुआत
गुरुवार की सुबह चार बजे करवा चौथ का व्रत व्रतधारी महिलाओं ने आरंभ किया। इस दौरान सुबह उठकर नहा धोकर अपने सास-ससुर के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। फिर सरगी खाकर व्रत की शुरुआत की। सरगी में फल, सूखे मेवे, मिठाई, सेवाई पुड़ी का इस्तेमाल व्रतधारी महिलाओं ने किया।
चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रतधारियों ने खोला व्रत
पूजा अर्चना के बाद व्रतधारी महिलाएं चंद्रमा निकलने का इंतजार में बैठी रही। रात में जैसे ही चांद निकला, सज धज कर बैठी व्रतधारी महिलाओं ने चांद के दर्शन किये। व्रतधारी महिलाएं एक थाली को सजा कर अपने छत, आंगन व जहां से चांद दिखाई दे वहां पहुंचे। थाली में दीया जल रहा था। चांद को अर्घ्य देने के बाद व्रतधारी महिलाओं ने छलनी से चांद को देखा फिर उसी छलनी से अपने पति की सूरत देखी और पति ने अपने हाथों से पत्नी को पानी पिलाकर व्रत खोलवाया। फिर पत्नी ने पति के पांव छूकर उनका आशीर्वाद लिया। व्रतियों ने अपने सास ससुर के पांव छुए और उन्हें स्वादिष्ट भोजन करवाया और खुद भी खाया।
मोबाइल फोन का जमकर हुआ उपयोग
इस बार करवा चौथ में अत्याधुनिक तरीकों का भी इस्तेमाल किया गया। जिस व्रतधारी महिलाओं के पति विदेश में या दूसरे शहरों में करवा चौथ के दिन रहे वैसे व्रतधारी महिलाओं ने चांद देखने के बाद अपने पतियों के दर्शन मोबाइल की मदद से वीडियो कालिंग के माध्यम से की। वहीं कुछ महिलाओं ने तो अपने पति के फोटों से ही काम चला लिया और कुछ ने तो उनकी आवाज सुनकर ही अपना व्रत खोला।
72 वर्षीय की राज शर्मा ने रखा करवा चौथ
रामदास भट्ठा निवासी 72 वर्षीय राज शर्मा ने अपने 80 वर्षीय पति सोमदत्त शर्मा के लिए करवा चौथ का व्रत रखा और पूरे रीति रिवाज के साथ पूजा अर्चना की। राज शर्मा ने बताया कि वह पिछले 15 वर्षो से रामदास भंट्ठा में आकर रह रही है। वह पिछले 55 वर्षो से करवा चौथ का व्रत रख रही है।
75 वर्षीय विमला ने रखा करवा चौथ
रिफ्यूजी कालोनी निवासी 75 वर्षीय विमला बब्बर ने पति जगदीश बब्बर के लिए करवा चौथ का व्रत गुरुवार को रखा। वे पिछले 60 वर्षो से पति के लिए व्रत रखती आ रही है। विमला बब्बर ने बताया कि सुगाहिनों के लिए यह महापर्व की तरह है।
वीडियो कालिंग से किया दीदार
बिष्टुपुर निवासी रूपा कौर के पति अमर सिंह व्यापार के सिलसिले में गुरुवार को रांची में है। जिसके कारण रूपा ने वीडियो कालिंग के माध्यम से पति के दर्शन कर अपना व्रत खोला। साकची निवासी मनप्रीत कौर के पति व्यवसाय के सिलसिले में पंजाब गए है। लेकिन करवा चौथ का व्रत मनप्रीत कौर ने रखा है। चांद निकलते ही मनप्रीत ने पति का दीदार वीडियो कालिंग के माध्यम से कर उनका आशीर्वाद लिया और अपना व्रत खोला।