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नववर्ष में नए लुक में दिखेगा जुबिली पार्क

नववर्ष आने में कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में पर्यटन के लिहाज से शहर के जुबिली पार्क को जमशेदपुर यूटिलिटिज एंड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड (जुस्को) प्रबंधन नया लुक दे रहा है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 12 Dec 2019 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 12 Dec 2019 07:00 AM (IST)
नववर्ष में नए लुक में दिखेगा जुबिली पार्क
नववर्ष में नए लुक में दिखेगा जुबिली पार्क

निर्मल प्रसाद, जमशेदपुर : नववर्ष आने में कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में पर्यटन के लिहाज से शहर के जुबिली पार्क को जमशेदपुर यूटिलिटिज एंड सर्विसेज कंपनी लिमिटेड (जुस्को) प्रबंधन नया लुक दे रहा है। पार्क आने वाले पर्यटकों को यहां के पेड़ों, पानी की पुरानी टंकियों और दीवारों पर अलग-अलग कहानी देखने को मिलेगी।

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जमशेदपुर के सोनारी में रहने वाले फाइन आर्टिस्ट अर्जुन दास पार्क को नया रूप देने में लगे हुए हैं। कैनवास पर पेंटिंग करने वाले अर्जुन पहली बार पेड़ों और पानी की टंकियों पर पेंटिंग कर रहे हैं। वे बताते हैं कि अपनी कला से सबको रू-ब-रू कराने के लिए मैंने जुस्को के ऑफर को स्वीकार किया।

हर पेड़ की अलग कहानी

अर्जुन बताते हैं कि नववर्ष पर कोई पेंटिंग स्वच्छ भारत अभियान का संदेश देते हुए दिखेगा तो कोई पेंटिंग पानी व पेड़ बचाओं की अपील करेगा। इसके अलावे झारखंड की आदिवासी जीवन को भी उन्होंने ब्रश और रंग-बिरंगे कलर्स से पेड़ों पर उतारा है। अर्जुन का कहना है कि पेंटिंग से हमारा उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश तो देना ही है साथ ही दूसरे राज्यों से आने वाले पर्यटकों को झारखंड की कला और संस्कृति से परिचित कराना भी है। पेड़ों पर कलाकारी में लगते हैं दो दिन

अर्जुन बताते हैं कि किसी पेड़ पर आठ फीट की ऊंचाई तक में पेंटिंग करने पर उन्हें लगभग दो दिन लगते हैं। टंकी सपाट होती है। एक दिन में चार पर रंगों से अलग रूप दे देते हैं। 60 गुणा 20 फीट की दीवार पर पेंटिंग में उन्हें कम से कम दो से तीन दिन लगते हैं। पीएम के आगमन से पहले बनाई थी पेंटिंग

अर्जुन बताते हैं कि तीन दिसंबर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमशेदपुर पहुंचे उससे पहले पेंटिंग बनाई गई थी। जिससे सभा स्थल तक जाने वाले लोग इसे देखें। अब ये पेंटिंग अपनी ओर आकर्षित कर रही है।

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शहर में कई क्वार्टरों को तोड़ने पर जो पानी की टंकियां निकली, उन्हें डिसपोज करने में परेशानी हो रही थी। इसलिए हम उसका उपयोग अब शहर की सुंदरता बढ़ाने में कर रहे हैं। पेड़ों व इन पुरानी टंकियों पर पेंटिंग से जुबिली पार्क आने वाले पर्यटकों को कुछ नया देखने को भी मिलेगा।

-सुकन्या दास, प्रवक्ता, जुस्को


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