टाटा स्टील के जेनरल ऑफिस गेट पर झामुमो का प्रदर्शन, रखी ये मांग Jamshedpur News
भारी सुरक्षा बंदोवस्त के बीच स्थानीय को नौकरी में प्राथमिकता देने की मांग को लेकर झामुमो ने टाटा स्टील के जेनरल आफिस गेट पर प्रदर्शन किया।
By Rakesh RanjanEdited By: Published: Wed, 04 Sep 2019 01:46 PM (IST)Updated: Thu, 05 Sep 2019 09:31 AM (IST)
e wrap="" style="text-align: justify;">जमशेदपुर, जासं। टाटा स्टील में ऑनलाइन ट्रेड अप्रेंटिस के खिलाफ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकर्ताओं ने टाटा स्टील के जनरल ऑफिस गेट का घेराव किया। इस दौरान झामुमो नेताओं ने कंपनी के एमडी टीवी नरेंद्रन के नाम तीन सूत्री मांग पत्र भी सौपा।पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत झामुमो नेता जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन के नेतृत्व में बुधवार सुबह रेड क्रॉस भवन से एकजुट हुए। इस दौरान हाथों पर झंडे व गले में पार्टी की पट्टी डाले पैदल ही ढोल-नगाड़ों के साथ टाटा स्टील के जनरल ऑफिस गेट पहुंचे और दोपहर लगभग 12 से शाम पांच बजे तक गेट को जाम कर दिया। इस दौरान भारी संख्या में जिला पुलिस व टाटा स्टील की सिक्योरिटी के जवान तैनात रहे। भारी बारिश के बीच भी झामुमो कार्यकर्ता सड़क पर बैठकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान केंद्रीय उपाध्यक्ष सविता महतो, पूर्व सांसद सुमन महतो, प्रमोद लाल, लालटू महतो, जिला सचिव गोपाल महतो सहित बड़ी संख्या में झामुमो कार्यकर्ता और कुछ महिलाएं अपने बच्चों के साथ उपस्थित थे। अधिकारियों ने खूब कराया इंतजार प्रबंधन से वार्ता करने के लिए जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन, केंद्रीय महासचिव मोहन कर्मकार, केंद्रीय सचिव आस्तिक महतो, शेख बदरूद्दीन, राजू गिरी सहित अन्य टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन या वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) सुरेश दत्त त्रिपाठी से मिलना चाहते थे। लेकिन उन्हें गेटपास सेक्शन से आगे नहीं जाने दिया गया। उन्हें सिक्योरिटी हेड के ही कार्यालय में बैठाकर रखा गया। कंपनी के अधिकारियों ने इन्हें बताया गया कि दोनो अधिकारी शहर से बाहर हैं। ऐसे में झामुमो नेताओं से बात करने के लिए कॉरपोरेट रिलेशन हेड बाहलियान चांपिया पहुंची। लेकिन झामुमो नेता सक्षम पदाधिकारी को बुलाने पर अड़े रहे। ऐसे में उपस्थित अधिकारी पल-पल की जानकारी अपने वरीय अधिकारियों को वाट्सएप द्वारा दे रहे थे और बीच-बीच में एसी कमरे में बैठे नेताओं को कॉफी व पानी पिलाते रहे। जबकि बाहर खड़े कार्यकर्ता कड़ी धूप में छांव की तलाश में इधर-उधर आश्रय तलाशते रहे। लेकिन जब बात नहीं बनी तो झामुमो नेता सोम या मंगलवार को बैठक बुलाने की मांग रखकर वापस लौट गए। देर से जागे झामुमो नेता टाटा स्टील में ट्रेड अप्रेंटिस की ऑनलाइन परीक्षा वर्ष 2018 से ही प्रभावी है। पहले इसमें केवल झारखंड के बच्चे ही शामिल होते थे, लेकिन अब इसमें बिहार, झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल व ओडिशा के प्रतिभागी को भी शामिल होने का मौका दिया गया। 2019 में भी इसी पैटर्न पर ट्रेड अप्रेंटिस की परीक्षा हो चुकी है, लेकिन झामुमो नेता अब इस मामले को लेकर आंदोलनरत है। हालांकि पार्टी के केंद्रीय महासचिव मोहन कर्मकार का कहना है कि वे पहले भी इस मामले में कंपनी प्रबंधन के समक्ष उठा चुके हैं जब बात नहीं बनी तो गेट जाम किया गया। स्थानीय निवासियों को तरजीह दे कंपनी प्रबंधन गेट जाम के दौरान झामुमो जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन ने कहा कि कंपनी प्रबंधन स्थानीय निवासियों को नौकरी में तरजीह दें। टाटा स्टील को बसाने में 18 मौजा के स्थानीय विस्थापित हुए, लेकिन अब उनके बजाय बाहरी लोगों को नौकरी में तरजीह दे रही है। कड़ाई से लागू हो स्थानीय नीति पत्रकारों से बात करते हुए केंद्रीय महासचिव मोहन कर्मकार ने राज्य सरकार से मांग की है कि झारखंड में कड़ाई से स्थानीय नीति का अनुपालन हो। जब उनके बच्चे दूसरे राज्यों में नौकरी के लिए जाते हैं तो उन्हें दौड़ा-दौड़ाकर पीटा जाता है जबकि यहां के बच्चे स्थानीय स्तर पर निकलने वाली नौकरियों से वंचित हो रहे हैं। राज्य सरकार चूल्हा बांटने या शौचालय बनाने से अच्छा बेरोजगार युवाओं को नौकरी दे। झामुमो की तीन मुख्य मांगें -ट्रेड अप्रेंटिस 2019 में बाहरी लोगों की बहाली का झामुमो कड़ा विरोध करती है। मांग है कि ट्रेड अप्रेंटिस की बहाली में 80 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को आरक्षण दे। वर्तमान ट्रेड अप्रेंटिस की परीक्षा पर रोक लगाकर नए सिरे से बहाली प्रक्रिया शुरू की जाए।-जूनियर इंजीनियर्स ट्रेनी के पद पर स्थानीय डिप्लोमाधारी युवाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दे।-टाटा स्टील में ऑफिसर्स ट्रेनी व मैनेजमेंट ट्रेनी के पद पर 20 प्रतिशत स्थानीय निवासियों को आरक्षण दिया जाए।
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